Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Jul, 2024 08:47 AM
गुरदासपुर (विनोद): सियालकोट के जिला प्रशासन ने 77 साल बाद जफरवाल रोड पर ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा दी बेरी से सटे तालाब और जमीन को
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गुरदासपुर (विनोद): सियालकोट के जिला प्रशासन ने 77 साल बाद जफरवाल रोड पर ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा दी बेरी से सटे तालाब और जमीन को पुन: प्राप्त कर लिया है। सीमापार सूत्रों के अनुसार भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद ही इस जमीन पर एक प्रभावशाली हिजड़ा परिवार ने कब्जा कर लिया था।
जिला प्रशासन, नगर पालिका, राजस्व विभाग और पुलिस ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया। सूत्रों के अनुसार अतिरिक्त उपायुक्त राजस्व मुहम्मद इकबाल के अनुसार प्रभावशाली परिवार ने जमीन पर पशु फार्म और दुकानें बनाई थीं, जबकि एक राजनीतिक दल ने अपना कार्यालय बनाया था और स्थानीय लोगों ने सिख समुदाय की जमीन पर कुछ घर भी बनाए थे।
जिला प्रशासन के प्रवक्ता
सैयद वकार जावेद ने बताया कि जिला प्रशासन ने गुरुद्वारे के साथ लगती गुरुद्वारे की 8 कनाल और सिख समुदाय की 18 मरले जमीन पर अवैध कब्जा खत्म कर दिया है। उन्होंने बताया कि महाराजा रणजीत सिंह ने गुरुद्वारे की वर्तमान इमारत और तालाब का निर्माण कराया था।
उन्होंने कहा कि 1947 में भारत विभाजन के बाद इस तालाब को बंद कर दिया गया और बाद में स्थानीय लोगों ने इसकी जमीन पर कब्जा कर लिया।