Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Dec, 2024 08:28 AM
फतेहगढ़ साहिब (सुरेश): सरबंसदानी श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की अतुल्य शहीदी की याद में ऐतिहासिक और पवित्र स्थान श्री फतेहगढ़ साहिब में 3 दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा नगर कीर्तन के...
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फतेहगढ़ साहिब (सुरेश): सरबंसदानी श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की अतुल्य शहीदी की याद में ऐतिहासिक और पवित्र स्थान श्री फतेहगढ़ साहिब में 3 दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा नगर कीर्तन के गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में पहुंचने पर अरदास उपरांत रस्मिया तौर पर सम्पन्न हुई।
गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में हलका फतेहगढ़ साहिब के विधायक एडवोकेट लखबीर सिंह राय, हलका बस्सी पठाणा के विधायक रुपिन्दर सिंह हैप्पी, जिला योजना कमेटी के चेयरमैन अजय सिंह लिबड़ा, मार्कीट कमेटी सरहिंद के चेयरमैन गुरविन्दर सिंह ढिल्लों ने नतमस्तक होकर साहिबजादों और माता गुजरी जी की शहीदी को श्रद्धांजलि भेंट की।
गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से नगर कीर्तन के शुभारंभ से पहले प्रात:काल गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के हैड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह द्वारा ऐतिहासिक कथा और अरदास की गई। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने पहले पाठ किया और अरदास उपरांत हुक्मनामा लिया। इसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्र-छाया और पांच प्यारों के नेतृत्व में श्रद्धालु संगतों की विशाल शमूलियत के साथ शहीदी नगर कीर्तन आरंभ हुआ।
नगर कीर्तन दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह, शिरोमणि कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्दर सिंह धामी, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुलतान सिंह, शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल के प्रमुख बाबा बलबीर सिंघ 96वें करोड़ी, दमदमी टकसाल के प्रमुख बाबा हरनाम सिंह खालसा, दल बाबा बिधि चंद के प्रमुख बाबा अवतार सिंह सुरसिंह ने साहिबजादोें को श्रद्धा और सम्मान भेंट किया। नगर कीर्तन की शुरूआत से पहले गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में आसां दी वार का कीर्तन हुआ और मुख्य ग्रंथी ज्ञानी हरपाल सिंह ने छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी के से सम्बन्धित विचार की।
नगर कीर्तन की शुरूआत से पहले गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब मेंसाहिबजादोें और माता गुजरी जी की शहीदी से सम्बन्धित श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। उपरांत गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से नगर कीर्तन आरंभ हुआ, जिसकी समाप्ति समय गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में सजाए गए गुरमति समागम में पंथ प्रसिद्ध रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन के साथ संगत को जोड़ा। इस मौके पर जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब, सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने सोहला साहिब का पाठ किया। समाप्ति की अरदास तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह ने की।