Edited By Prachi Sharma,Updated: 11 Jul, 2024 09:32 AM
जिनके बर्थ चार्ट में राहु और गुरु एक साथ हो जाते हैं वो लोग बहुत ही चिंतित हो जाते हैं। गुरु और राहु का कॉम्बिनेशन ये दोनों बहुत ही एक्ट्रीम एनर्जी हैं। एक पॉजिटिव एनर्जी और एक नेगटिव एनर्जी। ये दोनों
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जिनके बर्थ चार्ट में राहु और गुरु एक साथ हो जाते हैं वो लोग बहुत ही चिंतित हो जाते हैं। गुरु और राहु का कॉम्बिनेशन ये दोनों बहुत ही एक्ट्रीम एनर्जी हैं। एक पॉजिटिव एनर्जी और एक नेगटिव एनर्जी। ये दोनों जब एक साथ हो जाते है तो बहुत अलग से रिजल्ट देते हैं। गुरु एक तरफ ऑक्सीजन के कारक हैं तो राहु जहरीली गैस के कारक हैं। गुरु ज्ञान देते हैं और राहु स्मार्ट वर्क करने के लिए जुगाड़ देते हैं। गुरु लोगों के सहयोग करने के कारक हैं तो गुरु लोगों से सहयोग लेने के कारक हैं। जब ये दोनों साथ होते हैं तो राहु की एनर्जी बहुत आगे आ जाती है। ये योग ज्यादा जुगाड़ू बन जाते हैं। ये लोग काफी आराम पसंद देखे गए हैं। इनकी लाइफ में देखा जाए तो यदि ये लोग अमीर घर में पैदा होते हैं तो इनकी लाइफ में काफी स्ट्रगल आ जाता है। वहीं अगर ये गरीब घर में पैदा होते हैं तो इनके घर में लक्जरी काफी आ जाती हैं। जिस लेवल पर ये लोग पैदा होते हैं, गुरु-राहु की वजह से उल्टे रिजल्ट देखने को मिलते हैं।
गुरु और राहु का एक साथ होना पिता और दादा के लिए सही नहीं होता है। गुरु-राहु का कॉम्बिनेशन को तब अच्छे नतीजे देता है जब इनके खुद के घर में संतान पैदा होती है। पुत्र संतान होता है केतु। गुरु और राहु की एनर्जी बुध की एनर्जी को बनाती है। गुरु पीला रंग, राहु नीला रंग मिलकर हरा रंग बनता है। जिन लोगों की कुंडली में राहु-गुरु एक साथ होते हैं तो इनकी मेमोरी बहुत ज्यादा स्टोरंग होती है। बुध की एनर्जी थोड़ी सी पेशेंस भी मांगती है। ये हर नतीजा जल्दी-जल्दी लेना चाहते हैं।
जिन लोगों की कुंडली में फर्स्ट हाउस में लग्न में गुरु-राहु एक साथ होते हैं तो इन लोगों को इजी मनी कमाने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं। मेहनत वाले काम को ये लोग नहीं करते हैं। ऐसे लोगो को इज्जत कम मिलती है।
गुरु-राहु का कॉम्बिनेशन जब दूसरे भाव में होता है तो पैसे में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। अगर इनमे शुक्र और बुध आ जाएं तो न इनकी शादीशुदा जिंदगी शुभ रहती है और साथ में रिश्तेदारों के साथ भी मन-मुटाव चलता रहता है। इनकी संतान पर भी इसका बुरा असर रहता है।
तीसरे घर में गुरु-राहु का कॉम्बिनेशन पुत्र संतान के लिए हानिकारक होता है। ये इंसान आपकी स्किल्स में बहुत ही ज्यादा माहिर होते हैं। ये लोग अपनी हाजिर जवाबी की वजह से जीवन में बहुत जल्दी आगे बढ़ जाते हैं।
गुरु-राहु का कॉम्बिनेशन जब चौथे भाव में होता है तो ये लोग स्ट्रेस या एक दम से चिढ़ जाते हैं। ये लोग अनुशासन का ध्यान नहीं रख पाते हैं। इन लोगों के जीवन में पैसे की कमी नहीं रहती है लेकिन जितना इनको मिलना चाहिए उतना इनको मिल नहीं पाता है।
पांचवें भाव में गुरु-राहु होंगे जब तो भी ये संतान के लिए शुभ नहीं होता। ये लोग वो काम सीखना पसंद करते हैं जो बाकियो के पास नहीं होता है। इस वजह से आप जीवन में जल्दी आगे बढ़ जाएंगे।
गुरु-राहु का कॉम्बिनेशन जब छठे भाव में होगा तो कोई भी परेशानी ज्यादा देर तक नहीं टिकेगी। ये जल्दी ही उससे निजात पा लेंगे। अगर आप घर में बुजुर्गों के साथ संबंध बना कर रखेंगे तो करियर में आपको आगे बढ़ने के बहुत से मौके मिलेंगे।
सातवें घर में गुरु और राहु गृहस्थी को खराब करेंगे ही करेंगे। इन लोगों जीवन में अलग होने की नौबत भी आ सकती है। कारोबार में इनको बढ़िया रिजल्ट मिलते हैं।
आठवें घर में गुरु-राहु बहुत ही ज्यादा पेनफुल रहते हैं। इस वजह से इनको अपने जीवन में काफी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है।
नौवें घर में जब गुरु-राहु होते हैं तो ये लोग बस बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। ये लोग आराम वाला काम कर के पैसा कमाने की सोचते हैं। पिता के लिए भी ये शुभ नहीं रहता है।
दसवें घर के गुरु-राहु इंसान को आलसी बना देते हैं। अगर ये लोग आलास छोड़ दें तो शनि भी इनका फेवर करते हैं। करियर-कारोबार में इन्हे आगे बढ़ने के बहुत से मौके मिलते हैं। इनके काम बदलते रहते हैं।
ग्यारहवें घर में राहु-गुरु इनकम में उतार-चढ़ाव करवाते हैं। सारी जिंदगी ये लोग इनकम का ही रोना रहते हैं। ये लोग कर्जे में भी डूब जाते हैं।
बारहवें घर के गुरु-राहु विदेशों से संबंध बनाते हैं। या फिर ये लोग विदेश में जाकर ही सेटल हो जाते हैं। ये लोग दिन में सोते हैं और रात को काम करते हैं। इमोशनल हेल्थ के लिए ये शुभ नहीं होता है।
Measures to correct Guru-Rahu गुरु-राहु को सही करने के उपाय:
थोड़े से जौ लें और उसमें गौ मूत्र के छींटे मार दें। इसके बाद इसे चलते हुए पानी में विसर्जित कर दें। कम से कम ये उपाय तीन या चार शनिवार अवश्य करें।
दूसरे, चौथे या बारहवें घर में गुरु-राहु है तो आपको दो रंगा पत्थर लेना है और उसकी अगूंठी बनवा लें। इसे पहने से पहले आपको इसे उस पानी से धोना है तो गाय ने झूठा किया हो।
सोने की चैन, छल्ला पहन कर रखें।