Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Nov, 2023 12:26 PM
ग्वालियर में एक ऐसा मंदिर है, जिसके पट भक्तों के लिए वर्ष में सिर्फ एक दिन खोले जाते हैं। यह मंदिर है भगवान शिव शंकर के पुत्र कार्तिकेय का जहां कार्तिक पूर्णिमा को हर वर्ष मंदिर के पट भक्तों के लिए
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Bhakti Kartik Swami Temple gwalior: ग्वालियर में एक ऐसा मंदिर है, जिसके पट भक्तों के लिए वर्ष में सिर्फ एक दिन खोले जाते हैं। यह मंदिर है भगवान शिव शंकर के पुत्र कार्तिकेय का जहां कार्तिक पूर्णिमा को हर वर्ष मंदिर के पट भक्तों के लिए खोले जाते हैं। भगवान कार्तिकेय के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
मान्यता है कि स्वामी कार्तिकेय के दर्शनों से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। भक्तों को उनके दर्शन वर्ष में सिर्फ एक दिन यानी कार्तिक पूर्णिमा पर ही हो सकते हैं। देश का सबसे प्राचीन और संभवतः इकलौता मंदिर ग्वालियर में मौजूद है।
इस मंदिर के पट यानी दरवाजे वर्ष में सिर्फ एक बार वह भी मात्र चौबीस घंटे के लिए ही कार्तिक पूर्णिमा के दिन खुलते हैं।
ऐसा देश के किसी भी मंदिर में नहीं होता है इसलिए इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आधी रात के बाद से ही भीड़ लगनी शुरू हो जाती है।
ग्वालियर के जीवाजी गंज इलाके में स्थित भगवान कार्तिकेय का मंदिर 400 वर्ष पुराना है और सुबह 4:00 बजे से दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लगनी शुरु हो जाती हैं।
- अंकुर जैन (ग्वालियर)