Tuesday special: हनुमान जी के इस अंग का सिंदूर बनाता है बिगड़े काम

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Oct, 2022 08:17 AM

hanuman ji sindoor story

हनुमान’ शब्द में दो शब्दों का मेल है। एक है ‘हनु’ और दूसरा है ‘मान’ अर्थात ऐसा व्यक्तित्व जिसके मान (अभिमान-अहंकार) के भाव का पूर्णत: हनन हो चुका है। जिसे मान-सम्मान की कोई इच्छा नहीं हो

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Hanuman ji sindoor story: ‘हनुमान’ शब्द में दो शब्दों का मेल है। एक है ‘हनु’ और दूसरा है ‘मान’ अर्थात ऐसा व्यक्तित्व जिसके मान (अभिमान-अहंकार) के भाव का पूर्णत: हनन हो चुका है। जिसे मान-सम्मान की कोई इच्छा नहीं हो वही हनुमान है। साधक, भक्त को अहं ही ऊंचा नहीं उठने देता है। अभिमान ही सबसे प्रबल शत्रु है व्यक्ति का। श्री हनुमान जी का जीवन स्वयं ही एक आदर्श जीवन है। गोस्वामी तुलसीदास कहते हैं कि श्री हनुमान जी के समान दूसरा बड़भागी नहीं है और न कोई दूसरा इनसे बढ़कर श्री राम चरण का अनुरागी ही है।

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

PunjabKesari Hanuman ji sindoor story
एक बार किसी कारण के वशीभूत हो हनुमान जी माता सीता के कक्ष में गए तो वहां माता सीता को मांग में सिंदूर लगाते हुए देख कर हनुमान जी ने बाल सुलभ जिज्ञासा व्यक्त की, ‘‘माता आपने मांग में यह कौन-सा द्रव्य लगाया है?’’

सीता जी ने बताया, ‘‘वत्स, यह मंगल का सूचक सिंदूर है। इसके लगने से मेरे स्वामी श्री राम दीर्घायु होंगे और वह मुझ पर प्रसन्न भी रहेंगे।’’

PunjabKesari Hanuman ji sindoor story
हनुमान जी ने यह सोच कर कि जब चुटकी भर सिंदूर स्वामी की दीर्घायु कर सकता है तब अगर मैं सारे शरीर पर धारण करूं तो वह अमर हो जाएंगे। उन्होंने जैसा सोचा वैसा ही कर दिखाया। उनके सारे शरीर को सिंदूरी रंग में रंगा देख सभा में उपस्थित सभी लोग हंसे, यहां तक कि भगवान राम भी उन्हें देख कर मुस्कराए और बहुत प्रसन्न हुए।

उनके सरल भाव पर मुग्ध होकर उन्होंने घोषणा की कि जो मंगलवार के दिन मेरे अनन्य प्रिय हनुमान को तेल और सिंदूर चढ़ाएंगे, उन्हें मेरी प्रसन्नता प्राप्त होगी और उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

PunjabKesari Hanuman ji sindoor story
इस पर माता जानकी के वचनों से हनुमान जी को और भी अधिक दृढ़ विश्वास हो गया। तब से हनुमान जी ने सिंदूर धारण करना प्रारंभ कर दिया। हनुमान भक्त भी हनुमान जी की प्रसन्नता और कृपा के लिए चमेली के तेल में सिंदूर घोल कर हनुमान जी के सारे शरीर पर मलते हैं।

Hanuman ji ko sindoor ka chola: इससे हनुमान जी को चोला चढ़ाना भी कहते हैं। विश्वास किया जाता है हनुमान जी के दाहिने कंधे के सिंदूर का तिलक लगाकर अनेक बिगड़े कार्य बनाए जा सकते हैं।

Hanuman ji ko sindoor chadhane ka mantra: घर-परिवार में सुख-शांति बनाए रखने के लिए हनुमान जी को सिंदूर लगाते समय इस मंत्र का जाप करें- सिंदूर रक्तवर्णं च सिन्दूरतिलकप्रिये भक्तयां दत्तं मया देव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम

PunjabKesari kundli

 

Related Story

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!