Edited By Niyati Bhandari,Updated: 22 Jul, 2020 09:36 AM
धर्मनगरी में मंगलवार तड़के करीब 2.30 बजे आकाशीय बिजली गिरने से 1937 में बनी हर की पैड़ी के ब्रह्मकुंड के ऊपर की
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हरिद्वार/पुंछ (ब्यूरो/धनुज): धर्मनगरी में मंगलवार तड़के करीब 2.30 बजे आकाशीय बिजली गिरने से 1937 में बनी हर की पैड़ी के ब्रह्मकुंड के ऊपर की करीब 80 फुट लंबी दीवार तेज आवाज के साथ गिर गई। इसके साथ ही हर की पैड़ी के कुछ हिस्से पर मलबा ही मलबा आ गिरा।
श्री गंगा सभा के पदाधिकारी सिद्धार्थ चक्रपाणि, तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित का कहना है कि जानमाल का कोई नुक्सान नहीं हुआ है। हर की पैड़ी पर दैनिक धर्म-कर्म चल रहा है। किसी को डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। सुबह तेज धमाके की आवाज से आसपास के लोगों की नींद खुल गई। सभी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर जाकर देखा तो ब्रह्मकुंड के ऊपर की दीवार ढह कर उसका मलबा हर की पैड़ी पर गिरा पड़ा था। अनुमान लगाया गया कि आकाशीय बिजली गिरने से यह हादसा हुआ। गनीमत यह रही कि कोरोना महामारी के कारण सोमवती स्नान पर हरिद्वार में हर की पैड़ी स्नान के लिए प्रतिबंधित होने से कोई यात्री रात में वहां मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
इस बीच तहसील सूरनकोट स्थित लठून्ग क्षेत्र के दुर्गम इलाके में सोमवार देर रात आसमानी बिजली की चपेट में आकर 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक मवेशी भी मारे गए।