Edited By Prachi Sharma,Updated: 06 Dec, 2024 07:41 AM
हरिद्वार में गंगा का पानी अब भी बेहतर है। यहां आराम से ‘आस्था की डुबकी’ लगाई जा सकती है। हाल ही में जारी रिपोर्ट में गंगा के पानी की गुणवत्ता इस बार भी ‘बी’ श्रेणी की आई है। यह पिछले करीब 5 साल से कायम है।
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हरिद्वार (नवोदय टाइम्स): हरिद्वार में गंगा का पानी अब भी बेहतर है। यहां आराम से ‘आस्था की डुबकी’ लगाई जा सकती है। हाल ही में जारी रिपोर्ट में गंगा के पानी की गुणवत्ता इस बार भी ‘बी’ श्रेणी की आई है। यह पिछले करीब 5 साल से कायम है।
हरिद्वार में गंगा जल की जांच करने के लिए बिंदु घाट से लेकर यू.पी. की सीमा तक 8 स्थान चिन्हित किए गए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि हरिद्वार में अक्तूबर में लिए गए गंगा जल की गुणवत्ता ‘बी’ श्रेणी की मिली है।
गंगा के पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नदियों के पानी को 5 वर्गों (ए, बी, सी, डी, ई) में बांटा है। पैरामीटर के आधार पर ‘बी’ का मतलब है कि वह नहाने के लिए उपयुक्त है। पानी किस श्रेणी में रखा जाएगा, इसका निर्धारण 4 पैरामीटर के आधार पर किया गया है, जिनमें पी.एच. लैवल, डिसॉल्व्ड ऑक्सीजन, बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड और टोटल कॉलिफॉर्म बैक्टीरिया शामिल हैं।