Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Aug, 2024 05:18 AM
मनुस्मृति के अनुसार वृक्ष योनि पूर्व जन्मों के कर्मों के फलस्वरूप मानी गयी है। शास्त्रनुसार पीपल में त्रिदेव का वास होता है। आंवले में लक्ष्मीनारायण का वास होता है। केले में स्वयं हरी का वास होता है। बिल्व
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Hariyali Amavasya 2024: मनुस्मृति के अनुसार वृक्ष योनि पूर्व जन्मों के कर्मों के फलस्वरूप मानी गयी है। शास्त्रनुसार पीपल में त्रिदेव का वास होता है। आंवले में लक्ष्मीनारायण का वास होता है। केले में स्वयं हरी का वास होता है। बिल्व में त्रिपुरा सुंदरी का वास होता है। तुलसी में लक्ष्मी का वास होता है तथा वटवृक्ष अर्थात बरगद में स्वयं परमेश्वर शिव और शनिदेव का वास होता है।
Hariyali Amavasya upay 2024: अमावस्या तिथि पितृओं को समर्पित है परंतु शास्त्रों में सावन महीने में पड़ने वाली अमावस्या तिथि का सर्वाधिक महत्व बताया गया है। यह पर्व प्रकृति पर आई हरियाली हेतु मनाया जाता है। हरियाली अमावस पर वृक्ष पूजन व वृक्षारोपण का अधिक महत्व है। शास्त्र अनुसार एक पेड़ दस पुत्रों के समान होता है। शास्त्रों में वृक्षों में देवताओं का वास बताया गया है। हरियाली अमावस्या पर वृक्षारोपण जरुर करना चाहिए और भेंट में भी अपने सगे-संबंधियों को पौधे देने चाहिए। आप भी प्रकृति के प्रति कुछ हरा-भरा काम करके अपने घर-परिवार को नोटों की हरियाली से भर सकते हैं। तो आईए जानते हैं, कौन सा पेड़ लगाने से कौन सी इच्छा होगी पूरी-
स्वस्थ तन और मन के लिए नीम का पेड़ लगाएं।
सुख प्राप्ति लिए तुलसी का पौधा।
संतान सुख के लिए केले का पेड़।
धन की इच्छा रखने वाले आंवले का पेड़ लगाएं।
गेहूं, ज्वार, चना, बाजरा और मक्का की थोड़ी सी बुवाई जरूर करें।
पारिवारिक खुशहाली के लिए तिल कर्पूर से जलाकर घर में धूप करें।
लव लाइफ में सक्सेस के लिए 5 लौंग जेब में रखें।
अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंदों और जनेऊधारी ब्राह्मण को दान-पुण्य करें।
जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष, शनि की दशा और पितृ दोष है। उन्हें शिवलिंग पर पंचामृत अवश्य चढ़ाना चाहिए।