Edited By Prachi Sharma,Updated: 04 Aug, 2024 11:17 AM
हिंदू धर्म पितरों को समर्पित अमावस्या तिथि को बहुत खास माना गया है। अमावस्या तिथि पर पितरों के नाम का पिंडदान और तर्पण किया जाता है। इसी बीच आपको बता दें कि 4 अगस्त
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Hariyali amavasya 2024: हिंदू धर्म पितरों को समर्पित अमावस्या तिथि को बहुत खास माना गया है। अमावस्या तिथि पर पितरों के नाम का पिंडदान और तर्पण किया जाता है। इसी बीच आपको बता दें कि 4 अगस्त आज रविवार को श्रावण मास की अमावस्या पड़ रही है। जिसे हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव, मां पार्वती और भगवान विष्णु का पूजन करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। वहीं अमावस्या पर पूजा, जप-तप के अलावा दान करना भी बेहद शुभ माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ वस्तुओं के बारे में बताया गया है जिसे हरियाली अमावस्या के दिन दान करने से व्यक्ति के जीवन से दुखों का अंत होता है और मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं -
सबसे पहली वस्तु है दूध- श्रावण के इस पवित्र मास में भगवान भोलेनाथ का कच्चे दूध से अभिषेक किया जाता है। तो ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हरियाली अमावस्या के शुभ मौके पर दूध का दान करना बेहद लाभकारी माना गया है। इस दिन दूध का दान करने से आपके सभी काम बनने शुरू हो जाते हैं और घर में सुख-संपन्नता आती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हरियाली अमावस्या के दिन सफेद चीजों का दान करना भी बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। इस दिन सफेद चीजें यानि कि सफेद वस्त्र, चावल, शक्कर का दान करने से भगवान शिव की आप पर अपार कृपा बरसती है और सभी कार्यों में सिद्धि प्राप्ति होती है।
ज्योतिष शास्त्र में अमावस्या तिथि पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए काले तिल का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद पितरों का ध्यान करते हुए काले तिल का दान करना चाहिए। इतना ही नहीं एक और ज़रूरी बात आपको बता दें कि श्रावण अमावस्या के दिन जिन भी चीजों का दान करें, उस समय हाथ में तिल लेकर ही दान करें। इससे ये चीजें अति शीघ्र पितरों को प्राप्त होती है और वंशजों को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितरों का स्थान चंद्रमा के ऊपरी हिस्से में होता है इसलिए हरियाली अमावस्या के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए चांदी से बनी वस्तुओं का दान करें। कहते हैं कि इसका दान करने से पितर खुश होते हैं और परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
तो वही यदि आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो ऐसे में इससे मुक्ति पाने के लिए हरियाली अमावस्या पर छतरी, चमड़े के जूते-चप्पल, साबुत उड़द, बर्तन का दान कर सकते हैं।