Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Aug, 2023 11:09 AM
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सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है। इस साल ये व्रत 19 अगस्त 2023 के दिन मनाया जा रहा है।
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Hariyali Teej 2023: सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है। इस साल ये व्रत 19 अगस्त 2023 के दिन मनाया जा रहा है। इस माह से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित हैं। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती धरती पर आकर अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। सावन के महीने में जैसे सोमवार के व्रत को बहुत ही फलदायी माना जाता है, ठीक उसी तरह सावन के महीने में आने वाले दिन-त्योहारों का भी बहुत महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, हरियाली तीज का व्रत करने से पति की आयु लंबी होती है और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। सुहागिन महिलाओं के अलावा इस व्रत को कुंवारी कन्याएं भी करती हैं। हरियाली तीज व्रत के प्रभाव से मनचाहा जीवन साथी और सुखी दांपत्य की प्राप्ति होती है।
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Why do unmarried girls keep Teej कुंवारी लड़कियां क्यों रखती हैं तीज ?
वैसे तो हरियाली तीज का व्रत ज्यादातर सुहागिन महिलाएं रखती हैं। कई जगहों पर कुंवारी लड़कियां भी इस व्रत को रखती हैं। पौराणिक मान्यताएं हैं, जो कुंवारी लड़कियां हरियाली तीज के दिन निर्जला व्रत कर भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करती हैं। उन्हें भगवान शिव से मनचाहे जीवनसाथी का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा हरियाली तीज का व्रत रखने से शादी में आ रही हर तरह की परेशानियों से भी राहत मिलती है।
Hariyali Teej auspicious time हरियाली तीज शुभ मुहूर्त
तृतीया तिथि आरंभ- रात 8 बजकर 1 मिनट से (18 अगस्त 2023)
तृतीया तिथि समापन- रात 10 बजकर 19 मिनट पर (19 अगस्त 2023)
हरियाली तीज व्रत तिथि- 19 अगस्त 2023
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Worship method of Hariyali Teej हरियाली तीज की पूजा विधि
हरियाली तीज के दिन सुबह उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहन लें, हो सके तो इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें। माता पार्वती भगवान शिव का ध्यान करते हुए निर्जला व्रत का आरंभ करें। मिट्टी की चौकी पर गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, पार्वती और गणेश जी की प्रतिमा बनाएं। शिवजी को बेलपत्र, आम के पत्ते, धतूरा, सफेद फूल आदि चढ़ाएं। माता पार्वती को 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करें। शिव जी के मंत्रों का जाप करें। इस दिन हरियाली तीज की कथा जरूर सुनें। फिर शाम को भी इस विधि से ही भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा और आरती करें। आरती के बाद खीर का भोग लगाएं और माता पार्वती और भगवान शिव के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें।
हरियाली तीज के दिन माता पार्वती से अपनी हर इच्छा की पूर्ति के लिए करें इन मंत्रों का जाप
गण गौरी शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकर प्रिया। मां कुरु कल्याणी कांत कांता सुदुर्लभाम्।।
ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः
ऊँ गौरये नमः
ऊँ पार्वत्यै नमः
ऊँ साम्ब शिवाय नमः
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