Edited By Prachi Sharma,Updated: 30 Jul, 2024 11:11 AM
सावन माह में पड़ने वाला हर एक त्यौहार बहुत ही ज्यादा मायने रखता है। इस दौरान की गई पूजा-पाठ कभी भी विफल नहीं होती है क्योंकि इस महीने को बेहद ही पवित्र माना जाता है। इसके
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Hariyali Teej 2024: सावन माह में पड़ने वाला हर एक त्यौहार बहुत ही ज्यादा मायने रखता है। इस दौरान की गई पूजा-पाठ कभी भी विफल नहीं होती है क्योंकि इस महीने को बेहद ही पवित्र माना जाता है। इसके अलावा सावन में एक और पर्व बहुत ही ज्यादा खास होता है और वो है हरियाली तीज। हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाता है। जिसे सावन तीज या कुमार पक्ष की तीज के नाम से भी जाना जाता है। ये पर्व मां पार्वती और भगवान शिव को समर्पित होता है। पति की लम्बी उम्र के लिए सुहागिन महिलाएं ये व्रत रखती हैं। इसी के साथ जो कन्या जल्द शादी करना चाहती है या फिर अपना मनचाहा वर प्राप्त करना चाहती है उसे ये व्रत अवश्य रखना चाहिए। हरियाली तीज का यह पर्व प्रेम को दर्शाता है और पूरे भारत में इसे बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। तो चलिए ऐसे में जानते हैं कि कब रखा ये व्रत और पूजा का मुहूर्त।
Hariyali Teej Date हरियाली तीज तिथि
हिन्दू पंचांग के अनुसार पूरे साल में तीन बार तीज का व्रत रखा जाता है। एक हरियाली तेज, कजरी तीज और हरतालिका तीज। सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 6 अगस्त को रात 7 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन रात 10 बजे इसका समापन होगा। सावन माह में हरियाली तीज का व्रत रखा जाता है और ये व्रत 7 अगस्त को रखा जाएगा।
Hariyali Teej auspicious time हरियाली तीज शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज में पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह सुबह 6 बजे से लेकर 09 बजे तक।
दोपहर का मुहूर्त सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक
शाम का मुहूर्त शाम 5 बजे से शाम 7 बजकर 10 मिनट तक।
Hariyali Teej fasting importance हरियाली तीज व्रत महत्व
मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए मां गौरी ने तपस्या करने के बाद ये व्रत किया था। इस व्रत से खुश होकर ही महादेव मां पार्वती के सामने प्रकट हुए थे। तभी से ही सावन माह में आने वाली तीज को बेहद ही खास माना जाता है। हरियाली तीज के दौरान मानसून का मौसम होता है और इस दौरान चारों तरफ हरियाली ही हरियाली होती है। इस दिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर के अपने पति को बुरी नजर और बुराइयों से बचाती हैं।