Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Mar, 2025 07:22 AM

इस बार होली 64 साल बाद रमजान के जुमे के दिन है। इससे पहले 1961 में 4 मार्च को होली और रमजान का शुक्रवार (जुमा) साथ-साथ था। रंग में भंग न पड़ जाए, इसके लिए उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन
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संभल (इंट): इस बार होली 64 साल बाद रमजान के जुमे के दिन है। इससे पहले 1961 में 4 मार्च को होली और रमजान का शुक्रवार (जुमा) साथ-साथ था। रंग में भंग न पड़ जाए, इसके लिए उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है। प्रदेश के 10 जिलों में जुमे की नमाज का समय बदल दिया गया है। संभल व शाहजहांपुर में हाई अलर्ट कर दिया गया है।
मस्जिदों को रंग-गुलाल से बचाने के लिए तिरपाल से ढक दिया गया है। शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा 67 मस्जिदों को तिरपाल और पन्नी से ढका गया है। शाहजहांपुर में जूता मार होली खेलने की परंपरा 300 सालों से चली आ रही है। होली के दिन यानी 14 मार्च को लाट साहब का लंबा-चौड़ा जुलूस निकलेगा।
इसमें एक व्यक्ति को लाट साहब बनाकर भैंसा गाड़ी पर बिठाया जाता है। लोग उस पर रंग, जूते-चप्पल बरसाते हैं। शाहजहांपुर में लाट साहब के 2 जुलूस निकाले जाते हैं, जिन्हें छोटे और बड़े लॉट साहब कहा जाता है। संभल में 10 मस्जिदों को ढका गया है। जामा मस्जिद के मौलाना आफताब ने नमाज का वक्त बदलकर 2 बजे कर दिया है।