Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Mar, 2025 06:42 AM

Holika Dahan Upay 2025: ज्योतिष विद्वान कहते हैं कि होली की रात किए गए उपाय शीघ्र फल देते हैं। बृहस्पतिवार 13 मार्च की रात को होलिका दहन किया जाएगा। अगले दिन सुबह यानि 14 मार्च को होली की राख के साथ कुछ उपाय किए जाएंगे तो आएंगे अच्छे दिन।
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Holika Dahan Upay 2025: बहुत कम लोग जानते हैं कि होली में इस्तेमाल होने वाले रंगों और पदार्थों का पारंपरिक औषधीय महत्व भी होता है। प्राचीन समय में होली के रंग पुष्पों, जड़ी-बूटियों और पौधों से बनाए जाते थे। जैसे हल्दी का रंग स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता था और नीलगिरी के रंग से त्वचा को शांति मिलती थी। इसके अतिरिक्त होली के अवसर पर हल्दी और चंदन का उबटन भी किया जाता है, जो शरीर की शुद्धि और ताजगी के लिए लाभकारी होता है। ज्योतिष विद्वान कहते हैं कि होली की रात किए गए उपाय शीघ्र फल देते हैं। बृहस्पतिवार 13 मार्च की रात को होलिका दहन किया जाएगा। अगले दिन सुबह यानि 14 मार्च को होली की राख के साथ कुछ उपाय किए जाएंगे तो आएंगे अच्छे दिन।

यदि कोई आपकी धन वापसी में बेईमानी कर रहा है और आप मुकद्दमे में नहीं पड़ना चाहते तो होलिका दहन स्थल पर धन न लौटाने वाले का नाम ज़मीन पर अनार की लकड़ी से त्रिकोण के अंदर लिखें और उस पर हरा गुलाल छिड़क दें। होलिका माता से धन वापसी की प्रार्थना करें। अगले दिन वहां से राख उठा कर जल में उस व्यक्ति का नाम लेते हुए प्रवाहित कर दें।

गंभीर रोग यदि मेडिकल उपचार से भी ठीक नहीं हो रहा तो देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, मिश्री, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दाएं हाथ में 4 गोमती चक्र ले के रोग मुक्ति की प्रार्थना करें। गोमती चक्र रोगी की पलंग के चारों पायों में चांदी की तार से बांध दें।

बच्चे को किसी की नजर लग गई है तो देसी घी में भीगे पांच लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन वहां की राख लाकर ताबीज में भर के बच्चे को पहनाएं।

यदि आपके घर को बुरी नजर लग गई है, उसे उतारने के लिए देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, मिश्री, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन वहां की राख लाकर लाल कपड़े में बांध कर घर में रखें।

घर में अच्छे दिन लाने के लिए थोड़ी सी होली की राख घर लाएं, उसमें राई और खड़ा नमक मिलाकर छुपाकर रख दें।
होलिका दहन पर करें इन मंत्रों का जाप-
- अनेन अर्चनेन होलिकाधिष्ठातृदेवता प्रीयन्तां नमम्।।
- ओम ह्रीं ह्रीं क्लिंम
- ऊं नृसिंहाय नम:
- ऊँ प्रह्लादाय नमः