Edited By Jyoti,Updated: 01 Oct, 2019 09:45 AM
आज दिन मंगलवार ता॰ 01.10.19, अश्विन शुक्ल तृतीया पर चंद्र तुला राशि में व स्वाती नक्षत्र का योग बन रहा है। इसके अलावा आज शारदीय नवरात्रि की तीसरा दिन है।
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आज दिन मंगलवार ता॰ 01.10.19, अश्विन शुक्ल तृतीया पर चंद्र तुला राशि में व स्वाती नक्षत्र का योग बन रहा है। इसके अलावा आज शारदीय नवरात्रि की तीसरा दिन है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करने का विधान है। शास्त्रों में इनकी पूजा-अर्चना करना बहु त शुभदायी माना जाता है। हिंदू धर्म के पुराणों में इनके बारे में विस्तारपूर्वक उल्लेख किया गया है। देवी दुर्गा का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है, जिस कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। इनके शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। अपने दस हाथों में खड्ग आदि शस्त्र तथा बाण आदि अस्त्र विभूषित हैं। इनका वाहन सिंह है। इनकी मुद्रा सदैव युद्ध के लिए उद्यत रहने की होती है। देवी चंद्रघंटा का स्वरूप अत्यंत सौम्यता एवं शांति से परिपूर्ण भरा है। इनकी आराधना से वीरता-निर्भयता के साथ ही सौम्यता एवं विनम्रता का विकास होकर मुख, नेत्र तथा संपूर्ण काया में कांति-गुण की वृद्धि होती है। इसके अलावा पंडित कमल नंद लाल से अपना आज का राशिफल जानने के लिए किल्क करें यहां।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां चंद्रघंटा की कृपा से साधक के समस्त पाप और बाधाएं विनष्ट हो जाती हैं। इनकी आराधना सद्यः फलदायी है। धार्मिक मान्यता है मां भक्तों के कष्ट का निवारण शीघ्र ही कर देती हैं। बल्कि कहा जाता है इनकी उपासना करने वाला साधक इनके वाहन सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है। तो वहीं इनके घंटे की ध्वनि सदा भक्तों की प्रेतबाधा से रक्षा करती है। इनका ध्यान करते ही शरणागत की रक्षा के लिए इस घंटे की ध्वनि निनादित हो उठती है।
भाग्यांक- 5
शुभरंग- हरा
शुभदिशा- उत्तर
राहुकाल- 15:07 से 16:36 तक
रवियोग- 14:22 से 06:18 तक।
विशेष: चंद्रघंटा पूजा
आज का स्पेशल गुडलक उपाय: देवी चंद्रघंटा पर चढ़े 10 जायफल भिखारी को दान करें, प्रोफेशन में सफलता मिलेगी।