Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Aug, 2024 11:58 AM
कई लोग एक ग्रह को देखकर अपने जीवन में काम शुरू कर देते हैं लेकिन ऐसा शुभ नहीं होता है। हर किसी काम को करने के लिए सभी ग्रहों की जरूरत होती है। तो आइए जानते हैं कि हर
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कई लोग एक ग्रह को देखकर अपने जीवन में काम शुरू कर देते हैं लेकिन ऐसा शुभ नहीं होता है। हर किसी काम को करने के लिए सभी ग्रहों की जरूरत होती है। तो आइए जानते हैं कि हर काम में ग्रह अपनी-अपनी भूमिका कैसे निभाते हैं ?
जिन लोगों के शुक्र अच्छे होते हैं। उन लोगों को एक्टिंग, लोडिंग से संबंधित काम, सिंगिंग में आने के लिए कहा जाता है। एक्टिंग में एक्सप्रेशन देना शुक्र का काम होता है लेकिन उस एक्टिंग में मौके दिलाना बृहस्पति का काम होता है। एक ही ऊर्जा में काम करना मंगल का काम है। इसके अलावा सही समय पर किसी प्रोजेक्ट को साइन करना या गलत प्रोजेक्ट को छोड़ देना यह बुद्ध का काम है। किसी जुगाड़ को करके अपने रोल को बढ़ाया जाए यह राहु का काम है।
बुध खराब वाले लोग
अगर आपके बुध खराब हैं तो सही समय पर गलत फैसले लेना, भावनाओं में बहकर फैसले लेना और अपने आस-पास ऐसे लोगों को रखना जो आपको सही सलाह न दे पाएं। यह बुध की निशानी होती है। बुद्ध खराब वाले लोग अपने आस-पास गलत लोगों को बिठाकर रखते हैं। वहीं खराब बुध वाले लोग इन्हीं बातों से इंप्रेस होकर अपने जीवन में गलत फैसले लेते चले जाते हैं। जिनको मौके नहीं मिलते वह बृहस्पति हैं। जिनका बृहस्पति खराब होता है वह लोग आने वाले मौके को संभाल नहीं पाते। खराब बृहस्पति वाले लोग एक ही जगह पर एक ही पोस्ट, एक ही चीज को दोहराते रहते हैं।
पैसों की बरकत न होना ही खराब चंद्रमा होता है। जिन लोगों के सूर्य खराब होते हैं, वह मिस्टर इंडिया बन जाते हैं यानी जिन लोगों ने आपसे फायदा लेना होता है, बस उन्हीं लोगों को आप दिखते हैं। सूर्य खराब वाले लोग अच्छी मौके को नहीं देखते हैं। जब आपका सूर्य खराब होता है तो आप कुदरत के हाथों मशीन बन कर रह जाते हैं। जीवन में मौके प्राप्त करने के लिए और सफलता पाने के लिए सूर्य को ठीक रखना बहुत जरूरी है।
मैजिक ट्रायंगल- राहु, केतु और शनि होते हैं। इन तीनों को पापी ग्रह बोला गया है। इन तीनों से लोग बहुत डरते हैं लेकिन अगर इन तीनों को समझ कर इन्हें सही करने का प्रयास करें तो सारी परेशानी दूर हो जाएंगी। शनि बिना रुके आगे बढ़े रहने की एक भावना है। जिन लोगों के शनि खराब होंगे, तो वह थोड़ा सा काम करते ही थक जाएंगे। ऐसे लोग हर चीज को दोष देते रहेंगे। वहीं अगर जिन लोगों के शनि सही हो जाते हैं, वह लोग किसी भी काम को करने से पीछे नहीं हटते हैं। जिनके शनि या राहु एक साथ अच्छे हो जाएंगे। वहां राहु आपको ऐसे रिजल्ट देते हैं, जहां आपकी मेहनत एक न एक दिन रंग लाती है।
केतु वो रहस्यमय प्लेनेट है जो आपको किसी भी वक्त कुदरत को भी तोहफा दे दें। यह केतु-राहु के साथ ही चलते हैं यानी राहु की फ्लैश नहीं होगी तो केतु का एग्जीक्यूट नहीं होंगे। राहु और केतु दोनों एक साथ चलते हैं। अगर आपने राहु, केतु और शनि इन तीनों को सही कर लिया है और मेहनत करने से न घबराएं।
जिन लोगों के मंगल खराब होते हैं। ऐसे लोग अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं। यह लोग अपना काम दूसरे के ऊपर सौंप देते हैं। यह लोग कुछ भी नया शुरू करने से पहले डरेंगे। खराब मंगल वाले लोग अच्छे स्टाफ तो बन जाते हैं लेकिन अच्छे मालिक नहीं बन पाते हैं।
शुक्र का एटिबल सबसे जबरदस्त होता है। शुक्र का एंट्रिल है रिलेशनशिप को संभालकर रखना। किसी भी व्यक्ति से फायदा लेना ही नहीं बल्कि देना यह शुक्र होता है लेकिन खराब शुक्र वाले लोग उन चीजों में चूक जाते हैं। अच्छा दिखाना ही शुक्र नहीं है। इसके साथ आपका औरा भी अच्छा होना चाहिए। आप को देखकर अगर दूसरे व्यक्ति को आपसे रिटर्न में मदद की आस न दिखाई दें, तो समझ जाएं की आपका शुक्र खराब है। जो लोग अपनी इज्जत करना नहीं जानते ऐसे लोगों का समाज में कोई स्थान नहीं होता।