Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Jun, 2024 08:39 AM
अपनी कुंडली देखने की उत्सुकता हर किसी को होती है लेकिन हर आम व्यक्ति इसे देख नहीं पाता है। आज इस आर्टिकल में बात करेंगे कि किस तरह अपनी कुंडली को पढ़ा जाए। सबसे पहले तो
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How To see birth chart: अपनी कुंडली देखने की उत्सुकता हर किसी को होती है लेकिन हर आम व्यक्ति इसे देख नहीं पाता है। आज इस आर्टिकल में बात करेंगे कि किस तरह अपनी कुंडली को पढ़ा जाए। सबसे पहले तो मोबाइल में कोई भी एप डाउनलोड कर के उसमें जन्म तिथि, समय और प्लेस डालिए। उसके बाद बर्थ चार्ट में आपको दो चीजों का ध्यान देने की जरूरत है।
बर्थ चार्ट का हर एक बॉक्स आपके जीवन के हर एक पहलू को दर्शाता है। पहला भाव आपकी पर्सनालिटी को दर्शाता है। दुनिया आपको किस नजर से देखती है, ये भाव उसको दर्शाता है। इस भाव को लग्न बोला जाता है।
दूसरा भाव से आपके कितना धन जोड़ा ये यहां से देखा जाता है। आप बोलने में कैसे हैं , आपकी ईटिंग हैबिट्स कैसी हैं ये इसी भाव से देखा जाता है। आप समाज से किस तरह से जुड़ते हैं, ये यहां से देखा जाता है। जीवन में आपको कितना सुख मिला ये सब इसी भाव से देखा जाता है।
पंचम भाव संतान का भाव है। संतान सुख की प्राप्ति होगी की नहीं ये इसी भाव से देखा जाता है। एजुकेशन भी इसी भाव से आती है।
छठा भाव रोग, ऋण और शत्रु का भाव है। कर्जा, बीमारियां सब इसी भाव से देखी जाएंगी।
सप्तम भाव से पार्टनर वाला भाव देखा जाता है।
किस्मत का घर जब एक्टिवेट होता है तो ईश्वर की असीम कृपा आप पर बरसती है।
दसवां घर करियर का घर है। जीवन में क्या करना चाहिए और आगे क्या होगा ये सब इसी भाव से देखा जाता है।
ग्यारहवें भाव से इनकम देखी जाती है। मेहनत का फल इसी भाव से देखा जाता है। जो पैसा कमाया है सब इसी जगह से आता है। आपकी जेब से जो पैसा निकलेगा वो यहां से आता है।
ये उर्जाएं हमेशा इसी तरह से रहती हैं। कुंडली में एक के ऊपर एक लेयर चढ़ी रहती है।
हर राशि को एक नंबर दिया गया होता है। सारा खेल यहीं से आके रुकता है। ये इन ऊर्जाओं के साथ मिलकर आपके जीवन को एक दिशा देती हैं।
कन्या राशि पेंडिंग कर्मा की राशि है। कन्या राशि धन के स्थान में आएगी तो धन के स्थान में आएगी तो समझ जाएं आपका कोई न कोई पेंडिंग कर्मा धन से जुड़ा हुआ है।