Edited By Jyoti,Updated: 02 Sep, 2022 05:58 PM
हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले लोग इतना तो जानते ही हैं कि हर तरह के शुभ कार्य आदि में तिलक लगाना अनिवार्य माना जात है। चाहे रोज़ाना होने वाली पूजा हो या किसी अन्य प्रकार का शुभ व मांगलिक कार्य की शुरुआत व अंत तिलक के साथ होता है।
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हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले लोग इतना तो जानते ही हैं कि हर तरह के शुभ कार्य आदि में तिलक लगाना अनिवार्य माना जात है। चाहे रोज़ाना होने वाली पूजा हो या किसी अन्य प्रकार का शुभ व मांगलिक कार्य की शुरुआत व अंत तिलक के साथ होता है। सनातन धर्म में तिलक लगाना बेहद शुभ माना जाता है। आपने भी कई बड़े विद्वानों व ब्राम्हणों को तिलक लगाए देखा होगा। मान्यता है माथे पर तिलक लगाने से आज्ञा चक्र जागृत होता है। यश में वृद्धि, संतान सुख, ज्ञान में वृद्धि और मनोबल बढ़ता है। साथ ही तिलक लगाने से मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा बिना तिलक के कोई भी पूजा या अनुष्ठान अधूरा माना जाता है। लेकिन तिलक किस उंगली से लगाना चाहिए ये भी मायिने रखता है क्योंकि जिस उंगली से तिलक होता है उसका वैसा ही असर होता है। आइए जानते हैं कि तिलक किस उंगली से लगाना शुभ माना जाता है और क्या इसके फायदे-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तिलक लगाने से भाग्य खुलता है और जो इंसान हर रोज तिलक उसका समाज में अलग की रुतबा होता है। बता दें, शास्त्रों में अनामिका उंगली यानि रिंग फिंगर से तिलक लगाना मानसिक शक्ति को प्रबल बनाता है, क्योंकि इस उंगली का संबंध सीधा सूर्य से होता है। इसलिए इस उंगली से तिलक लगाने से आज्ञा चक्र जागृत होता है। इंसान का मान सम्मान बढ़ता है। ऐसे में जो इंसान यश और कृति पाना चाहता है उसे अनामिका उंगली से तिलक लगाना चाहिए। कहते हैं अनामिका उंगली से चंदन लगाना अति शुभ फलदायी होता है।
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इसके अलावा जो इंसान धन वैभव की प्राप्ति करना चाहता है उन्हें अंगूठे से तिलक करना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार अंगूठे का संबंध शुक्र ग्रह से होता है, और शुक्र ग्रह यश, धन-वैभव का कारक ग्रह माना जाता है। कहा जाता है कि अंगूठे से तिलक लगाने से धन-संपत्ति में बढ़ोत्तरी होती है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। यह भी मान्यता है कि अगर किसी रोगी को नियमित रूप से अंगूठे से चंदन का तिलक लगाया जाए तो उसके स्वास्थ्य में दिनों दिन लाभ होने लगता है। आपने अक्सर गौर किया होगा कि विजय पर्व दशहरा और रक्षा बंधन पर बहनें अपने भाई की विजय की कामना करते हुए उन्हें अंगूठे से ही तिलक लगाती हैं।
ज्योतिष शास्त्र में चंदन और कुमकुम व अक्षत का तिलक लगाना सबसे शुभ माना जाता है। अक्षत को देवी देवी लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है और जब हम तिलक के साथ चावल लगाकर जो भी कार्य करते हैं उससे धन प्राप्ति के होने के आसार बढ़ जाते है। तो वहीं चावल को शीतलता का प्रतीक भी माना जाता है, और जब हम तिलक के साथ चावल लगाते हैं तो ये हमारे पूरे शरीर में शक्ति और शीतलता का संचार करता है। इससे मन शांत रहता है।