Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 Dec, 2024 08:07 AM

What is importance of yoga: योग तथा व्यायाम से शरीर के आंतरिक अंग हृदय, लिवर और फेफड़े आदि स्वस्थ रहते हैं। नसें-नाड़ियां समुचित रूप से कार्य करती हैं। योग केवल स्वस्थ शरीर की ही नहीं अपितु स्वस्थ मन और शुद्ध विचारों की भी आधारशिला है। योग का...
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What is importance of yoga: योग तथा व्यायाम से शरीर के आंतरिक अंग हृदय, लिवर और फेफड़े आदि स्वस्थ रहते हैं। नसें-नाड़ियां समुचित रूप से कार्य करती हैं। योग केवल स्वस्थ शरीर की ही नहीं अपितु स्वस्थ मन और शुद्ध विचारों की भी आधारशिला है। योग का प्रचार-प्रसार उदात्त मानव मूल्यों का प्रचार-प्रसार है। योग का लक्ष्य है ‘सर्वे संतु निरामया:।’

कम समय में अधिक लाभ उठाने के लिए एकमात्र योग ही हमारी मदद कर सकता है, जिसके लिए अधिक साधनों की जरूरत नहीं।
यह घर पर ही केवल चटाई के ऊपर दरी या कम्बल बिछाकर कर सकते हैं। योग के अभ्यास से ऊर्जा मिलती है व अनेक रोगों से छुटकारा मिलता है। योग आसनों एवं प्राणायाम के अभ्यास से शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक बल मिलता है। स्वस्थ शरीर एवं स्वस्थ दिमाग के लिए नियमित आसनों व प्राणायाम का अभ्यास करें, इनसे मानसिक तनाव, ब्लड प्रैशर, पेट के रोग, दिल का दौरा व आंखों के रोगों से बचाव रहता है। हड्डियों व शरीर में लचक आती है।

तमाम अध्ययनों से स्पष्ट होता है कि शरीर को स्वस्थ रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली के बढ़ावा देने में योग और प्राणायाम अत्यंत लाभदायक होते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार प्राणायाम ऐसा एक अभ्यास है जो शरीर को अंदरूनी शक्ति प्रदान करने के साथ तमाम तरह की गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखता है।
प्राणायाम, संस्कृत के दो शब्दों प्राण और याम से मिलकर बना हुआ है जिसका अर्थ है जीवन ऊर्जा पर नियंत्रण। प्राणायाम श्वास नियमन का अभ्यास है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए प्राणायाम काफी लाभदायक हो सकता है।
