Edited By Prachi Sharma,Updated: 10 Jul, 2024 01:29 PM
ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें सुबह उठते ही सोशल मीडिया चैक करने की आदत होती है और अगर वे ऐसा न करें तो उनके मन में एक अजीब-सी बैचेनी होने लगती है। आज के इस डिजीटल युग में इंसान
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ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें सुबह उठते ही सोशल मीडिया चैक करने की आदत होती है और अगर वे ऐसा न करें तो उनके मन में एक अजीब-सी बैचेनी होने लगती है। आज के इस डिजीटल युग में इंसान सोशल मीडिया पर इतना अधिक निर्भर है कि उसे नहीं पता कि इसके बिना क्या करना है। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप इसके उदाहरण हैं।
सोशल मीडिया ने हमें अपने परिवार और दोस्तों के साथ जुड़ने में मदद जरूर की है लेकिन यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक खतरा बन गया है।
सोशल मीडिया के दुष्परिणाम
मनोचिकित्सकों के अनुसार सोशल मीडिया की वजह से लोगों में डिप्रैशन, एंग्जाइटी और नींद से जुड़ी समस्याएं काफी देखने को मिल रही हैं। कई लोग लाइक्स, कमैंट्स व फॉलोअर्स के जाल में बुरी तरह से फंस चुके हैं और दूसरों की जिंदगी से अपनी तुलना कर मानसिक रोगों का शिकार हो रहे हैं। पेन मैडीसिन और मैकलीन अस्पताल के शोध के अनुसार, सोशल मीडिया ङ्क्षचता और अवसाद के सबसे बड़े कारणों में से एक है।
ऐसे छुड़ाएं सोशल मीडिया की लत :
आप पूरे दिन में सोशल मीडिया का कितना इस्तेमाल करते हैं, उसे ट्रैक करें और पूरे दिन में एक घंटे से ज्यादा वक्त सोशल मीडिया पर न बिताएं।
अपने खाली समय में प्रकृति में समय बिताएं, किताबें पढ़ें या फिर ऐसा कोई काम करें, जिसे करने से आपको खुशी मिलती है।
परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। अपनी भावनाओं को उनसे शेयर करें और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद लें।
नियमित एक्सरसाइज तनाव कम करने और मूड को बेहतर बनाने में मदद करती है इसलिए रोजाना व्यायाम करें। इसके अलावा मैडीटेशन करने से भी मानसिक शांति मिलती है।
रात के समय सोशल मीडिया का इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे नींद खराब होती है। अच्छी मैंटल हैल्थ के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।