Edited By Prachi Sharma,Updated: 14 Jul, 2024 11:07 AM
एक चिड़िया ने अपने बच्चों के साथ खेत में एक बहुत ही सुंदर घोसला बनाया हुआ था।
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Inspirational Context: एक चिड़िया ने अपने बच्चों के साथ खेत में एक बहुत ही सुंदर घोसला बनाया हुआ था।
जब खेत में फसल अच्छी तरह से पक गई तो तब किसान उस खेत पर गया और बोला, ‘‘कल पड़ोसियों को बुलाकर फसल काटने के लिए कहूंगा।’’
चिड़िया के बच्चों ने सुना तो पूरी तरह से डर कर सहम गए। चिडिय़ा बोली, ‘‘बिल्कुल भी घबराओ मत, हम पूरी तरह से सुरक्षित हैं। किसान कल फसल काटने नहीं आएगा।’’ अगले दिन किसान पड़ोसियों के न पहुंचने पर यह कहते हुए चला गया कि अगले दिन मैं अपने रिश्तेदारों को लेकर आऊंगा फसल काटने।
चिड़िया के बच्चे फिर से डर गए लेकिन चिड़िया बोली, ‘‘बिल्कुल डरो मत। कल भी किसान फसल काटने नहीं आएगा।’’
अगले दिन किसान पहुंचा तो उसने देखा कि कोई भी रिश्तेदार वहां नहीं पहुंचा था।
तब किसान ने कहा, ‘‘हमें अब पड़ोसियों और रिश्तेदारों के भरोसे नहीं रहना चाहिए। कल मैं स्वयं आकर फसल काटूंगा !’’
यह कहकर वह चला गया। चिड़िया के बच्चे आपस में बात करने लगे कि हम सुरक्षित हैं, यह तो रोज का है।
तब चिड़िया ने बच्चों से कहा, ‘‘नहीं, हम अब बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि अब स्वयं किसान ने ठाना है कि वह फसल काटने आएगा। अब किसान किसी पर भी निर्भर नहीं है और जब इंसान स्वयं निर्धारित करता है तो अवश्य वह कार्य करता है इसलिए हमको हमारे घर के लिए जल्दी ही दूसरी जगह तलाशनी होगी।’’
सीख : यह लघु कहानी अपने हाथ जगन्नाथ की सीख देती है कि इंसान किसी भी कार्य के लिए दूसरे पर निर्भर न रहकर जब स्वयं कार्य करने का ठान लेता है तो वह अवश्य ही उसे पूरा करता है।