Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Jul, 2024 08:05 AM
अमरीकी आविष्कारक थॉमस अल्वा एडीसन को काम करने का जुनून था। वह एक बार अपनी प्रयोगशाला में घुस जाते, तो बाहर ही नहीं निकलते थे।
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Inspirational Story: अमरीकी आविष्कारक थॉमस अल्वा एडीसन को काम करने का जुनून था। वह एक बार अपनी प्रयोगशाला में घुस जाते, तो बाहर ही नहीं निकलते थे।
उनकी इस आदत से उनकी पत्नी बहुत चिढ़ी-सी रहती थी। एक बार तो एडीसन कई दिनों तक अपनी प्रयोगशाला से बाहर निकलने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
आखिरकार बहुत दिनों के बाद जब बाहर निकले तो उनकी पत्नी ने उनसे कहा, “तुम दिन-रात काम में लगे रहते हो, कभी तो छुट्टी कर लिया करो।”
एडीसन ने कहा, “लेकिन छुट्टी लेकर मैं जाऊंगा कहां ?”
पत्नी बोली, “जहां तुम्हारा मन चाहे, जो जगह तुम्हें प्रिय हो, वहां चले जाना।” “अच्छा तो फिर मैं वहीं जाता हूं।” यह कहकर एडीसन फिर अपनी प्रयोगशाला में घुस गए। तभी एडीसन को खबर मिली कि उनके कारखाने में भयानक आग लग गई है। जीवन भर की उनकी कमाई नष्ट हो गई।
दुर्घटना के बारे में सुनकर उनका बेटा चार्ल्स दौड़ा हुआ वहां पहुंचा। उसने देखा कि उसके पिता एक कोने में खड़े हैं। चार्ल्स को देखते ही एडीसन ने जोर से कहा, “तुम्हारी मां कहां है? उन्हें बुलाकर लाओ, ये चीजें उसे जीते-जी कभी भी देखने को नहीं मिलने वाली हैं।”
अगले दिन अपनी अनेक उम्मीदों और सपनों को राख के बीच देखते हुए एडीसन ने कहा, “तबाही की भी बड़ी कीमत होती है। हमारी सारी गलतियां जल जाती हैं। अब हम नए सिरे से जिंदगी शुरू कर सकते हैं।” इस दुखद घटना के कुछ महीने बाद ही उन्होंने टैलीफोन का आविष्कार किया।
प्रसंग का सार यह है कि विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखें।