Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Mar, 2025 10:35 AM

एक किसान था, वह एक बड़े से खेत में खेती किया करता था। उस खेत के बीचों-बीच पत्थर का एक हिस्सा जमीन से ऊपर निकला हुआ था जिससे ठोकर खाकर किसान कई बार गिर चुका था और न जाने कितनी ही बार उससे टकराकर खेती के औजार भी टूट चुके थे।
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Inspirational Story: एक किसान था, वह एक बड़े से खेत में खेती किया करता था। उस खेत के बीचों-बीच पत्थर का एक हिस्सा जमीन से ऊपर निकला हुआ था जिससे ठोकर खाकर किसान कई बार गिर चुका था और न जाने कितनी ही बार उससे टकराकर खेती के औजार भी टूट चुके थे।
एक दिन किसान ने सोचा आज चाहे जो भी हो जाए वह इस पत्थर को जमीन से निकाल कर खेत से बाहर फैंक देगा। कई लोगों को लेकर वह पत्थर के पास पहुंचा और बोला, “मित्रो, यह देखो जमीन से निकले चट्टान के इस हिस्से ने मेरा बहुत नुकसान किया है और आज हम सभी को मिलकर इसे जड़ से निकालना है।”
ऐसा कह कर वह फावड़े से पत्थर के किनारे पर वार करने लगा पर यह क्या। अभी उसने एक-दो बार ही मारा था कि पूरा का पूरा पत्थर जमीन से बाहर निकल आया। साथ खड़े लोग भी अचरज में पड़ गए।
उन्हीं में से एक ने पूछा, “क्यों भाई, तुम तो कहते थे कि खेत में बड़ी सी चट्टान दबी हुई है पर यह तो एक मामूली-सा पत्थर निकला।”

किसान भी आश्चर्य में पड़ गया। सालों से जिसे वह एक भारी-भरकम चट्टान समझ रहा था दरअसल वह एक छोटा-सा पत्थर था। उसे पछतावा हुआ कि काश उसने पहले ही इसे निकालने का प्रयास किया होता तो इतना नुकसान न उठाना पड़ता।
अब किसान समझ चुका था कि हम जिंदगी में आने वाली छोटी-छोटी बाधाओं को बहुत बड़ा समझ लेते हैं। हम बिना समय गंवाए उन मुसीबतों से लड़ें, तो कुछ ही समय में चट्टान-सी दिखने वाली समस्या एक छोटे से पत्थर के समान दिखने लगेगी जिसे हम आसानी से ठोकर मार कर आगे बढ़ सकते हैं।
