Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Sep, 2024 08:57 AM
2024 आधा बीत चुका है और सब लोग 2025 को जानने के लिए काफी उत्सुक हैं। बहुत सारे जातक ऐसे होते हैं जिन्हें अपनी राशि के बारे में नहीं पता। आज बात करेंगे कि J नाम वालों के लिए 2025 कैसा
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J Alphabet 2025 Horoscope: 2024 आधा बीत चुका है और सब लोग 2025 को जानने के लिए काफी उत्सुक हैं। बहुत सारे जातक ऐसे होते हैं जिन्हें अपनी राशि के बारे में नहीं पता। आज बात करेंगे कि J नाम वालों के लिए 2025 कैसा रहने वाला है और क्या है उनकी राशि ?
जिन जातकों का नाम J से शुरू होता है उनकी राशि मकर बनती है। उत्तरा नक्षत्र मकर राशि में आता है। उसके तीसरे और चौथे चरण में जो पैदा होते हैं उनका नाम J से शुरू होता है। धनिष्ठा नक्षत्र के दो चरण होते हैं लेकिन उत्तरा नक्षत्र में जो जातक पैदा होते हैं उनका नाम J से निकलता है।
1 जनवरी के दिन आपकी कुंडली में पंचम भाव में गोचर हो रहा है। पंचम आपका बुद्धि-विवेक होता है। पंचम आपका शत भाव होता है, संतान भाव होता है। पंचम हायर एजुकेशन है, पंचम एंगेजमेंट का भाव होता है, पंचम निश्छल प्रेम का भाव है। 15 मई 2025 से पहले-पहले मिलेंगे क्योंकि गुरु यहां पर इस भाव को एक्टिव करके रखे हुए हैं यानी कि यदि आपके यहां पर संतान नहीं है तो संतान की प्राप्ति हो सकती है। यदि रिश्ता नहीं हुआ है तो 15 मई से पहले रिश्ता होने के भी योग हैं। लाइफ में कोई नहीं है तो कोई लाइफ में आ सकता है। आपके लिए 15 मई तक का बहुत अच्छा है। यहां पर देखिए गुरु की एक दृष्टि जा रही है आपकी राशि के ऊपर तो डेफिनेटली राशि के तौर पर यह पॉजिटिव रहेंगे। पहले पांच महीने आप पॉजिटिव रहेंगे। शनि की ढैया चल रही है लेकिन गुरु का प्रभाव अपने तौर पर डेफिनेटली काम करता है। यहां पर गुरु की एक दृष्टि जा रही है सप्तम वाली सीधी देखिए 11थ हाउस के ऊपर। यदि आपकी तरक्की पेंडिंग है, कोई प्रमोशन पेंडिंग है तो वहां पर गुरु डेफिनेटली हेल्प करेंगे। ग्यारहवां भाव जो आपकी एलिवेशन का भाव होता है, आय का भाव होता है। गुरु की एक दृष्टि जा रही है आपके नाइंथ हाउस के ऊपर। नाइंथ हाउस जो होता है वो पंचम से पंचम होता है, संतान का विचार पंचम से किया जाता है। नाइंथ हाउस से भी संतान का विचार किया जाता है और नाइंथ हाउस के कारक भी गुरु होते हैं। पंचम के कारक भी गुरु हैं। नाइंथ हाउस पर गुरु की दृष्टि पहले साढ़े महीने आपको डेफिनेटली धार्मिक यात्रा करवा सकती है। अध्यात्म की तरफ आपका ध्यान रह सकता है। संतान की प्राप्ति हो सकती है, पहले साढ़े महीने जो काम करेंगे वहां पर आपको सफलता मिलती हुई नजर आ सकती है। गुरु की ब्लेसिंग यहां पर नाइंथ हाउस में रहेगी लेकिन जैसे ही गुरु सिक्सथ में जाएंगे तो सिक्सथ में ये सारी ब्लेसिंग जो है वो निकल जाएंगी।
राहु और गुरु दोनों जब 10वें भाव को देखेंगे। 10वां आपका कर्म का भाव है. कोई भी रूटीन का काम आप करते हैं वो पॉजिटिव होती हुई आपको नजर आएंगी। आपका कारोबार बढ़ता हुआ नजर आएगा। कार्यस्थल पर आपका डोमिनेंस बढ़ता हुआ नजर आएगा। राहु के साथ-साथ गुरु भी उस भाव को एक्टिव करेंगे। शनि धन भाव के स्वामी हैं, वो अच्छे गोचर में है। इस भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि है, तो डेफिनेटली जब गुरु की दृष्टि इस भाव के ऊपर है। धन के रूप में इसका फायदा डेफिनेटली होगा 29 मई के बाद ये चीजें एक्टिव हो जाएंगी। साल के सात महीने जून के बाद धन को जोड़ने के लिहाज से समय शुभ है। यहां पर इकोनॉमिक ट्रायंगल एक्टिवेट हो रहा है। यहां पर गुरु की दृष्टि, गुरु की स्थिति छ लगन से छठे है। ये आपको हेल्थ इशू दे सकती है। किसी की गारंटी लेकर आप फंस सकते हैं। यहां पर शनि जब आपकी कुंडली में तीसरे बैठे हैं तो वो दसवीं दृष्टि से 12वें को भी एक्टिव कर रहे हैं।
शनि की दृष्टि 12वें को एक्टिव करती है ,गुरु भी वहां पर देख रहे हैं तो खर्चे थोड़े से आपके बढ़ सकते हैं। 12थ हाउस इस बात की तरफ इंडिकेट करता है जो कि खर्चे का भाव है मोक्ष स्थान है। लिहाजा इस भाव का एक्टिव होना किसी भी स्थिति में अच्छा नहीं है। कोई लीगल केस आपके ऊपर आ जाएगा, पैसों का उधार न दें। यहां पर केतु का अष्टम भाव में जाना भी अच्छा नहीं है। केतु की भी दृष्टि देखिए 12वें भाव के ऊपर जा रही है। शनि देख रहे हैं, केतु भी देख रहे हैं। विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। केतु का अष्टम में आना इसका मतलब यह है कि आपकी सीक्रेसी कंप्रोमाइज हो सकती है। गाड़ी थोड़ी संभल कर चलाएं। दुर्घटना कराने वाले प्लेनेट दो होते हैं। पहला है मंगल दूसरा है केतु, मंगल के प्रभाव में होने वाली दुर्घटना वो थोड़ी सी बचाव वाली होती है। लेकिन जब केतु दुर्घटना करवाते हैं तो गाड़ी के परखच्चे उड़ जाते हैं। आपको धन की हानि भी हो सकती है तो केतु से बचना है। गुरु से संबंधित फल को लेकर थोड़ा सा ध्यान रखना है। खान-पान का खाद ध्यान रखें। 12वां एक्टिव हो रहा है, हॉस्पिटलाइजेशन का भाव है। किसी को पैसे मत उधार दीजिए। गारंटी मत लीजिए और थोड़ा सा गाड़ी धीमी चलाएं। ये तीन चीजों का आपको 2025 में ध्यान रखना है। जिनकी उम्र 30 से लेकर 50 के बीच-बीच में है वो गुरु की महादशा से ही गुजर रहे हैं तो गुरु की महादशा के आपको अच्छे फल मिलेंगे।
गुरु को मजबूत करने के उपाय
बुध आपकी कुंडली में भाग्य स्थान के स्वामी बनते हैं। यहां पर बुध की जो मूल त्रिकोण राशि है कन्या वो आपके नाइंथ हाउस में आ जाती है और शुक्र की जो राशि है वो आपके वृषभ राशि वो आपके पंचम भाव में आती है। ये दोनों ट्रायंगल के भाव होते हैं और एक आपकी राशि के स्वामी जो शनि है।
येलो रंग के कपड़े पहनें।
हल्दी वाला दूध पिएं।
फलदार पेड़ लगाए और सेवा करें।
नरेश कुमार
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