Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Jul, 2024 09:37 AM
हिंदू धर्म में जया पार्वती व्रत बहुत ही पुण्यदायी माना जाता है। हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर जया पार्वती व्रत रखा जाता है। यह व्रत अविवाहित महिलाओं द्वारा मनचाहा वर और अखंड सौभाग्य
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Jaya Parvati Vrat 2024: हिंदू धर्म में जया पार्वती व्रत बहुत ही पुण्यदायी माना जाता है। हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर जया पार्वती व्रत रखा जाता है। यह व्रत अविवाहित महिलाओं द्वारा मनचाहा वर और अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाता है। इस दिन माता पार्वती की सच्चे मन से पूजा करने और व्रत रखने से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं जया पार्वती व्रत के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में-
Auspicious time of Jaya Parvati fast जया पार्वती व्रत का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर जया पार्वती व्रत रखा जाता है। जया पार्वती व्रत की शुरुआत 18 जुलाई को रात 08 बजकर 44 मिनट पर होगी और इसका समापन 19 जुलाई को शाम 07 बजकर 41 मिनट पर होगा। इस साल जया पार्वती व्रत 19 जुलाई, शुक्रवार के दिन रखा जाएगा।
Significance of Jaya Parvati Vrat जया पार्वती व्रत का महत्व
जया पार्वती व्रत के दिन माता पार्वती की पूजा करने और व्रत रखने से मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और पारिवारिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने शिव जी को वर के रूप में पाने के लिए यह व्रत रखा था। इस दिन माता पार्वती की आराधना करने से कुंडली में मौजूद ग्रह दोषों से छुटकारा मिलता है।
Method of worship of Jaya Parvati fast जया पार्वती व्रत पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
फिर एक चौकी पर माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
उनका गंगा जल से अभिषेक करें।
इसके बाद मां के स्वरूप को सफेद चंदन और कुमकुम का तिलक लगाएं।
माता पार्वती को फूलों की माला और श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं और खीर का भोग लगाएं।
अंत में मां जया पार्वती के मंत्रों का जाप करें।