Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Sep, 2024 06:40 AM
पंचांग के अनुसार आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जितिया व्रत रखा जाता है। संतान के बेहतर भविष्य और उनकी सलामती के लिए महिलाएं ये व्रत रखती हैं। जितिया व्रत एक महत्वपूर्ण हिन्दू व्रत है
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Jitiya Vrat 2024: पंचांग के अनुसार आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जितिया व्रत रखा जाता है। संतान के बेहतर भविष्य और उनकी सलामती के लिए महिलाएं ये व्रत रखती हैं। जितिया व्रत एक महत्वपूर्ण हिन्दू व्रत है जिसे विशेषकर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। यह व्रत मुख्य रूप से माताओं द्वारा अपनी संतान की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। इस व्रत के दौरान, माताएं दिनभर उपवास रखती हैं और रात के समय कुछ खास प्रकार के व्रतों का पालन करती हैं। इस दिन गधर्व राजा जीमूतवाहन की पूजा करने का विधान है। तो चलिए जानते हैं किस दिन रखा जाएगा ये व्रत-
Jitiya fasting date जितिया व्रत तिथि
पंचांग के अनुसार 24 सितंबर को दोपहर आश्विन माह की अष्टमी तिथि की शुरुआत हो जाएगी और 25 सितंबर को इसका समापन हो जाएगा।
Jitiya auspicious time जितिया शुभ मुहूर्त
शाम का शुभ मुहूर्त- 4 बजकर 59 मिनट से 6 बजकर 10 मिनट तक
विजय मुहूर्त- 2 बजकर 12 मिनट से 3 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त 6 बजकर 13 मिनट से 6 बजकर 37 मिनट तक
Jitiya Vrat Puja Vidhi जितिया व्रत पूजा विधि
सबसे पहले दीपक जलाएं और धूप लगाएं। इससे पूजा स्थल को पवित्र किया जाता है।
फिर, भगवान को नमन करें और माता-पिता के स्वास्थ्य और उनकी लंबी उम्र की कामना करें।
पूजा के दौरान, जितिया की कथा या महिमा का पाठ करें। आप अपने परिवार के सदस्यों को भी इसमें शामिल कर सकते हैं।
फिर, व्रति द्वारा पूजन सामग्री भगवान के सामने अर्पित करें।
विशेष रूप से संतान के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करें।
पूजा समाप्ति के बाद, प्रसाद तैयार करें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं। ब्राह्मणों को भोजन कराना पुण्य कार्य माना जाता है और इससे व्रति को अतिरिक्त धार्मिक लाभ मिलता है। प्रसाद को घर के सभी सदस्यों में बांटें और स्वयं भी ग्रहण करें।