Edited By Prachi Sharma,Updated: 05 Jun, 2024 02:26 PM
आपने भी कई लोगों को हाथ, पैर या गले में काला धागा पहने हुए देखा होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काला धागा पहनने से इंसान पर गहरा असर पड़ता है। शास्त्रों में काला धागा पहनने के भी नियम बताएं गए हैं और अगर
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Kala dhaga: आपने भी कई लोगों को हाथ, पैर या गले में काला धागा पहने हुए देखा होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काला धागा पहनने से इंसान पर गहरा असर पड़ता है। शास्त्रों में काला धागा पहनने के भी नियम बताएं गए हैं और अगर इसे पूरे नियमानुसार पहना जाए तो इसके शुभ फल देखने को मिलते हैं। ज्योतिष शास्त्र में काले रंग का संबंध शनि देव से है। आज हम आपको बताएंगे काला धागा क्यों पहना जाता है, काला धागा पहनने के फायदे और नियम। तो आईए जानते हैं-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष हो, उन्हें काला धागा पहनने से बहुत लाभ होता है। ऐसा करने से जातकों के जीवन में आने वाली बाधाओं से निजात मिलती है। यदि उनकी आंखों में समस्या है तो उससे भी राहत मिलती है।
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए गले या हाथ में काला धागा पहनना चाहिए। इससे शनि के अशुभ प्रभावों से राहत मिलती है और साथ ही नकारात्मक शक्तियों से बचाव होता है।
गर्भवती महिला काले धागे में 7 गांठ बांधकर पैर में धारण करे तो उसे प्रेगनेंसी में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। साथ ही नकारात्मक शक्तियों से बचाव होता है।
जिन लोगों को पेट संबंधी समस्या हो जैसे कब्ज, लूज मोशन, कमजोर लीवर तो वे भी कमर या पैर में काला धागा पहनें। ऐसा करने से मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है और पेट की बीमारियों से राहत मिलती है। यह मोटापे को भी नियंत्रित करता है।
काला धागा पहनने से बुरी नजर या नकारात्मक शक्तियों से भी बचाव होता है। बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं से राहत मिलती है। अनजाना भय नहीं सताता है। स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी यदि कमर या पैर में काला धागा पहनें तो लाभ होता है।
साथ ही छोटे बच्चों को काला धागा जरूर पहनाएं। इससे उन्हें बार-बार नजर नहीं लगती है। साथ ही उनकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और वे बार-बार बीमार नहीं पड़ते हैं।
तो चलिए आगे जानते हैं काला धागा कब और कैसे पहनना चाहिए-
काला धागा पहनने के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन सबसे शुभ होता है। इसे शाम के समय पूजा करने के बाद धारण करें। यदि किसी कारणवश शाम को ना पहन पाएं तो सुबह भी पहन सकते हैं। काले धागे में 9 गांठ लगाने के बाद ही धारण करें। यदि काला धागा धारण करने के बाद रोजाना कम से कम 11 बार गायत्री मंत्र का जाप करें तो बहुत लाभ होता है।