Edited By Niyati Bhandari,Updated: 22 Oct, 2024 06:28 AM
Kali Chaudas 2024: हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को काली चौदस मनाई जाती है। यह दिवाली से ठीक एक दिन पहले मनाया जाने वाला खास हिंदू त्योहार है। इसे नरक या रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है। बहुत सारे स्थानों पर काली चौदस को महाकाली के जन्मदिन...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Kali Chaudas 2024: हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को काली चौदस मनाई जाती है। यह दिवाली से ठीक एक दिन पहले मनाया जाने वाला खास हिंदू त्योहार है। इसे नरक या रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है। बहुत सारे स्थानों पर काली चौदस को महाकाली के जन्मदिन के रुप में भी मनाया जाता है। इस साल काली चौदस 31 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन मां काली की पूजा करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तो आइए जानते हैं काली चौदस के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में-
Kali Chaudas auspicious time काली चौदस शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, काली चौदस के त्यौहार की शुरुआत रात 11 बजकर 40 मिनट से होगी और इसका समापन 31 अक्टूबर को रात 12 बजकर 30 मिनट पर होगा। मां काली की पूजा निशिता काल में होती है इसलिए 31 अक्टूबर को काली चौदस मनाई जाएगी। इस दिन मां काली की पूजा करने से मन की हर मुराद होती है।
Kali Chaudas Puja Vidhi काली चौदस की पूजा विधि
काली चौदस के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके मां काली का ध्यान करें।
फिर एक चौकी पर एक कपड़ा बिछाकर मां काली की मूर्ति स्थापित करें।
काली पूजा रात के समय में की जाती है इसलिए रात में भी स्नान के बाद पूजा शुरू करें।
अब मां काली को नींबू और फूलों का माला अर्पित करें।
फिर मां काली को पांच रंग की मिठाई अर्पित करें और उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं।
अंत में माता काली के मंत्रों का जाप करें और आरती करें।