Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Mar, 2018 04:10 PM
भोले नाथ भोले भक्तों पर ही प्रसन्न होते हैं। भक्ति में दिमाग की नहीं दिल की कीमत होती है। धनवान बनो -धन से ही नहीं-बल्कि दिल से भी धनवान बनो ताकि किसी गरीब-लाचार की मदद भी कर सको। —सुयोग मुनि —अमरनाथ भल्ला, लुधियाना
भोले नाथ भोले भक्तों पर ही प्रसन्न होते हैं। भक्ति में दिमाग की नहीं दिल की कीमत होती है। धनवान बनो -धन से ही नहीं-बल्कि दिल से भी धनवान बनो ताकि किसी गरीब-लाचार की मदद भी कर सको। —सुयोग मुनि —अमरनाथ भल्ला, लुधियाना
जो पति-पत्नी आपस में उलझे रहते हैं उनके बच्चे भी परेशान रहते हैं। ऐसे में घर के बुजुर्ग ही घर के वातावरण को शांतमय बनाते हैं। इसीलिए कहते हैं बड़े बुजुर्गों का घर में होना जरूरी होता है। —विजय शंकर
जीतने वाला ही नहीं बल्कि कहां पे क्या हारना है, यह जानने वाला भी सिकंदर होता है।
झुकने से रिश्ता गहरा हो तो झुक जाओ, पर हर बार आपको ही झुकना पड़े तो रुक जाओ।
जीवन का सही आनंद लेने के लिए इंसान की आर्थिक स्थिति नहीं, मानसिक स्थिति सही होनी चाहिए।
कभी किसी के बहते आंसू पोंछ कर देखिए तो सही, खुद आपको बड़े से बड़ा दुख बहुत छोटा लगेगा।
पैसा नई-नई रिश्तेदारियां बनाता है मगर असली और पुरानी बिगाड़ देता है। —जगजीत सिंह भाटिया, नूरपुर बेदी (रोपड़)
किसी मनुष्य की बुराई को बताना ‘आम’ लोगों की पहचान है, पर बुराई में अच्छाई ढूंढना, ‘खास’ लोगों की पहचान है।
इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है। इसलिए जीवन की हर स्थिति में धैर्य बनाए रखें।
कामयाबी’ का जुनून होना चाहिए, फिर ‘मुश्किलों’ की क्या औकात है।
छोटी-छोटी बातें दिल में रखने से बड़े-बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं। —जगजीत सिंह भाटिया, नूरपुर बेदी