Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Oct, 2023 07:14 AM
29 सितंबर से अश्विन माह की शुरुआत हो गई है। अश्विन माह में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन कोजागर पूजा करने की
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Kojagara Puja 2023: 29 सितंबर से अश्विन माह की शुरुआत हो गई है। अश्विन माह में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन कोजागर पूजा करने की परंपरा है। यह पूजा माता लक्ष्मी को समर्पित है। यह माना जाता है कि कोजागर पूजा की रात को माता लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं। जो लोग इस दिन आधी रात को मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, उनके घर में धन, सुख-समृद्धि का कमी नहीं होती। उनके घर में हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। आइए जानते हैं कोजागर पूजा की तिथि, मुहूर्त और महत्व।
Kojagar puja date कोजागर पूजा तिथि
इस साल कोजागर पूजा 28 अक्टूबर 2023 को मनाई जाएगी। इस पूजा को कौमुदी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। शरद पूर्णिमा की रात को ही श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। कोजागर पूजा का त्योहार पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उड़ीसा में बहुत धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।
Kojagar puja auspicious time कोजागर पूजा शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर 2023 को प्रात: 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी। 29 अक्टूबर 2023 को प्रात: 01 बजकर 53 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का समापन होगा। कोजागर पूजा निशिता के समय की जाती है।
कोजागर पूजा समय - 28 अक्टूबर 2023, रात 11.39 - 29 अक्टूबर 2023, प्रात: 12.31
चंद्रोदय समय - शाम 05.20
Kojagar puja importance कोजागर पूजा महत्व
माना जाता है कि माता लक्ष्मी का जन्म शरद पूर्णिमा की रात को हुआ था। इस दिन ही वह धरती पर आई थी। जो लोग इस दिन आधी रात को जागकर माता लक्ष्मी की पूजा कर मंत्रों का जाप करते हैं। उन्हें अपार धन की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि कोजागर पूजा के दिन दीपावली की तरह मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। चंद्रमा निकलने के बाद घर के सामने 11 दीपक जलाकर खीर का भोग लगाएं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी बहुत खुश होती हैं और अपना आशीर्वाद बनाए रखती हैं।