Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Jul, 2024 09:48 AM
शास्त्रों के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए पहली बार कोकिला व्रत रखा था। कोकिला व्रत हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि पर रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और
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Kokila Vrat 2024: शास्त्रों के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए पहली बार कोकिला व्रत रखा था। कोकिला व्रत हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि पर रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वकी की पूजा करने का विधान है। विधि-विधान के साथ शिव जी और माता पार्वती की पूजा करने से विवाहित महिलाओं को सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद मिलता है और कुवांरी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। तो आइए जनाते हैं कोकिला व्रत की पूजा विधि के बारे में-
Kokila Vrat date 2024 कोकिला व्रत डेट 2024
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ पूर्णिमा की तिथि 20 जुलाई को होगी। कोकिला व्रत की पूजा प्रदोष काल में की जाती है इसलिए कोकिला व्रत इस साल 20 जुलाई 2024 को रखा जाएगा। वहीं आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत 21 जुलाई को रखा जाएगा।
Kokila Vrat Puja Vidhi कोकिला व्रत पूजा विधि
कोकिला व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
इसके बाद घर के मंदिर को अच्छे से साफ करें और गंगा जल का छिड़काव करें।
फिर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर माता पार्वती और शिव जी की प्रतिमा स्थापित करें।
अब शिव जी और माता पार्वती को जल, दूध, दही, घी, शहद और पंचामृत से स्नान कराएं।
इसके बाद शिव जी को बेलपत्र और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
शिव जी और माता पार्वती के समक्ष धूप, दीप और अगरबत्ती जलाएं।
कोकिला व्रत कथा का पाठ करें और मंत्रों का जाप करें।
शाम को पूजा-आरती करने के बाद ही फलाहार करें।