Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Aug, 2024 02:41 PM
कोटिलिंगेश्वर मंदिर लगभग 1 करोड़ शिवलिंगों और एक विशालाकय शिवलिंग के आकार मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण भारत में भगवान
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Kotilingeshwara Temple: कोटिलिंगेश्वर मंदिर लगभग 1 करोड़ शिवलिंगों और एक विशालाकय शिवलिंग के आकार मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण भारत में भगवान शिव को महाकाल, महादेव, महाकालेश्वर, शंभू, नटराज, भैरव और आदियोगी आदि नामों से जाना जाता है। इन्हीं में से एक है ‘श्री कोटिलिंगेश्वर स्वामी मंदिर’ जो कर्नाटक के कोलार जिले के छोटे से गांव का मासांदरा में स्थित है।
मंदिर में प्रवेश करते ही भक्तों की नजरें एकटक केवल मंदिर के आकार को ही निहारती हैं क्योंकि यहां बसा है महादेव का वो रूप, जो शायद दुनियाभर में अपनी तरह का इकलौता मंदिर है। यहां मंदिर भी शिवलिंग के रूप में है, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग भी माना जाता है। इसकी ऊंचाई 108 फुट है, जिसके दर्शन कर श्रद्धालु पूरी तरह से शिवमय हो जाते हैं और इसकी गवाही देते हैं मंदिर के चारों ओर मौजूद करीब 1 करोड़ शिवलिंग।
Temple History मंदिर का इतिहास
कई लोगों का यह मानना है कि इस पवित्र मंदिर का निर्माण संभा शिवमूर्ति और उनकी पत्नी वी. रुक्मिणी ने 1980 के आसपास करवाया था। कहा जाता है कि शुरुआत में इस जगह पहले 5 शिवलिंग , फिर 101 शिवलिंग और फिर 1001 और ऐसे ही करते-करते आज यहां लगभग 1 करोड़ शिवलिंग स्थापित हैं। वर्ष 2018 में संभा शिवमूर्ति यानी स्वामी जी का निधन हो गया, तब से यहां के अन्य पदाधिकारी शिवलिंग लगाते रहे हैं। कहा जाता है कि स्वामी जी चाहते थे कि यहां करोड़ों शिवलिंगों की स्थापना हो।
Beliefs मान्यताएं
इस मंदिर को लेकर कई मान्यताएं हैं लेकिन अगर सबसे अधिक किसी मान्यता की चर्चा होती है तो वह है कि भगवान इंद्र ने गौतम ऋषि के शाप से मुक्त होने के लिए यहां पर शिवलिंग की स्थापना की थी। इसके बाद इस जगह को समूचे भारत में कोटिलिंगेश्वर के नाम से जाना जाने लगा। अगर कोई शिव भक्त इस मंदिर परिसर में शिवलिंग की स्थापना करना चाहता है तो वह 1 से लेकर 3 फुट तक के शिवलिंग को अपने नाम से स्थापित करवा सकता है। महाशिवरात्रि के दिन यहां लाखों भक्तों की भीड़ अचंभे में डाल देती है, जब श्रद्धालुओं की संख्या 2 लाख से अधिक पहुंच जाती है। मान्यता है कि यहां के वृक्षों पर पीले धागे बांधने से भी मनोकामना पूरी होती है।
Many other temples are located in the complex परिसर में स्थित हैं अन्य कई मंदिर
कोटिलिंगेश्वर मंदिर तो प्रसिद्ध है ही साथ में इसके परिसर में 11 अन्य मंदिर भी स्थित हैं। ब्रह्माजी, विष्णुजी, राम-लक्ष्मण-सीता और वेंकटरमानी स्वामी आदि इस परिसर के कुछ मुख्य मंदिर हैं।