Edited By Jyoti,Updated: 22 Aug, 2019 11:15 AM
माखन चोर नंदलाल कन्हैया सभी के प्रिय हैं। इनका बाल स्वरूप तो इतना लुभवाना है कि इन्हें सुंदर सा मुख देखते ही हर कोई सूरत में खो जाता है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
माखन चोर नंदलाल कन्हैया सभी के प्रिय हैं। इनका बाल स्वरूप तो इतना लुभवाना है कि इनका सुंदर सा मुख देखते ही हर कोई इनकी सूरत में खो जाता है। 24 अगस्त यानि भाद्रपद की अष्टमी तिथि के दिन इस साल की कृष्ण जन्माष्टमी पड़ रही है। जिसकी धूम देश के साथ-साथ विदेशों में भी देखने को मिलती है। अब धूम हो भी क्यों न। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व है ही ऐसा। इस दिन की खासियत का अंदाज़ा इस दिन से लगाया जा सकता है कि इस पर्व का जश्न सारी दुनिया के एक-एक कोने में देखने को मिलता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण को तरह-तरह के पकवानों के भोग लगाए जाते हैं। मान्यता है इस दिन मुरली मनोहर को 56 भोग लगाने से इनकी विशेष कृपा मिलती है। मगर कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनके लिए 56 भोग लगाना मुमकिन नहीं होता। क्या आप भी इस पावन दिन श्री कृष्ण को 56 भोग लगाने में सक्षम नहीं होते। जिस कारण उन्हें लगता है कि उन्हें नंदलल्ला का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। मगर आपको बता दें ऐसा बिल्कुल नहीं है। क्योंकि हम आपको श्री कृष्ण के सबसे प्रिय भोग के बारे में बताने वाले हैं जो 56 भोग से भी ऊपर माना जाता है। इस भोग को लगाने से 56 भोग लगा पाने का मलाल भी नहीं रहता और साथ ही श्री कृष्ण प्रसन्न भो हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं जन्माष्टमी के दिन लगाए जाने वाले इस खास भोग के बारे में जिससे हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
माखन मिश्री का भोग
पौराणिक व प्राचीन समय की मान्यताओं के अनुसार नटखट बाल-गोपाल को माखन यानि मक्खन बहुत पसंद है। हिंदू धर्म के ग्रंथों में माखन ग्वालों के साथ मिलकर मक्खन चुराने की इनकी कई कथाएं मिलती हैं। इसी वजह से उन्हें 'माखन चोर' भी कहा जाता है. कहते हैं कि स्वयं मैया यशोदा अपने हाथों से माखन मिश्री बनाकर कृष्ण को खिलाती थीं।
ऐसे तैयार करें माखन मिश्री-
सबसे पहले दूध को अच्छी तरह उबाल कर हल्का गुनगुना कर लें।
फिर दूध में एक चम्मच दही को अच्छी तरह घोल कर मिलाएं।
इसके बाद दूध को किसी गर्म जगह रखकर ऊपर से प्लेट से ढक कर 6 घंटे तक जमने के लिए रख दें।
जब दही जम जाए तो उसको दो घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। फिर दही एक मिक्सर जार में डाल कर एक गिलास ठंडे पानी या बर्फ़ के टुकड़े डालकर फें लें जिससे मट्ठा और माखन अलग-अलग हो जाएगा।
मक्खन को एक गिलास पानी डालकर धो लें, इसके बाद मक्खन में तुलसी के पत्ते और मिश्री डाल लें। और श्रद्धापूर्वक श्री कृष्ण को माखन-मिश्री का लगाएं।