Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Nov, 2024 08:37 AM
Labh Panchami 2024: लाभ पंचमी एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व है, जिसे विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। लाभ पंचमी को सौभाग्य पंचमी और ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन लाभ व सौभाग्य लाता है। यह...
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Labh Panchami 2024: लाभ पंचमी एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व है, जिसे विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। लाभ पंचमी को सौभाग्य पंचमी और ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन लाभ व सौभाग्य लाता है। यह पर्व मुख्य रूप से व्यापारियों, किसानों और शिल्पकारों द्वारा मनाया जाता है लेकिन यह सभी वर्गों के लिए महत्वपूर्ण है। यह पर्व दीपावली के बाद विशेष रूप से कृतिका या शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। लाभ पंचमी एक ऐसा दिन है जो न केवल व्यापारियों बल्कि सभी वर्गों के लिए लाभकारी है। इस दिन देवी लक्ष्मी और गणेश की पूजा करके अपने कार्यों और जीवन में सफलता और समृद्धि की कामना की जाती है। यह दिन विशेष रूप से धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी के पूजन का अवसर है, जिसमें विश्वास किया जाता है कि पूजा और अच्छे कार्यों से जीवन में समृद्धि आती है।
Importance of Labh Panchami लाभ पंचमी का महत्व
लाभ पंचमी का नाम ‘लाभ’ से आया है, जिसका अर्थ है "लाभ" या "मुनाफा।" यह दिन विशेष रूप से व्यापार में वृद्धि, समृद्धि और सफलता की कामना के लिए मनाया जाता है। व्यापारिक दृष्टि से यह दिन बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि इसे एक नए और अच्छे आरंभ के रूप में देखा जाता है। इस दिन को विशेष रूप से व्यापारी वर्ग अपने पुराने खाता-बही की समीक्षा करता है और नये खाता-बही की शुरुआत करता है।
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इसके अतिरिक्त लाभ पंचमी का सम्बन्ध एक पुरानी हिन्दू मान्यता से भी है। जिसमें यह माना जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से व्यापार में वृद्धि, खुशहाली और समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपने व्यवसाय में उन्नति की कामना रखते हैं।
Importance of Labh Panchami and what to do लाभ पंचमी का महत्व और क्या करना चाहिए
पूजा और व्रत: लाभ पंचमी के दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। व्यापारी वर्ग इस दिन अपने बही लेखा को साफ करके नये बहीखाता की शुरुआत करते हैं और उन्हें शुद्ध करके लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं। इसके अलावा घर के सभी स्थानों को स्वच्छ किया जाता है और वहां दीप जलाये जाते हैं ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास हो। इस दिन विशेष रूप से व्यापारी वर्ग के लोग अपने पुराने लेन-देन को चुकता करते हैं और नए काम की शुरुआत करते हैं।
Labh Panchami auspicious time लाभ पंचमी शुभ मुहूर्त: लाभ पंचमी पर खास ध्यान इस बात का रखा जाता है कि पूजा का समय शुभ मुहूर्त में हो। इस दिन ज्योतिषियों से मुहूर्त का समय जानकर उसी समय पूजा की जाती है, ताकि कार्यों में सफलता प्राप्त हो।
लाभ पंचमी के दिन प्रातः 06:12 बजे से प्रातः 10:08 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
भोजन का आयोजन: इस दिन घर में खास तरह का भोजन तैयार किया जाता है। विशेष रूप से मीठे पकवानों का प्रबंध किया जाता है, जो समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक होते हैं। साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को भी भोजन और दान दिया जाता है, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती है।
पढ़ाई और कार्य की शुरुआत: विद्यार्थियों के लिए यह दिन खास महत्व रखता है। वे इस दिन अपनी पढ़ाई की शुरुआत करते हैं और किसी नए विषय की शुरुआत करते हैं। इसके अलावा, व्यावसायिक कार्यों को नई ऊर्जा और उत्साह के साथ प्रारंभ किया जाता है।
व्यापारी वर्ग द्वारा विशेष ध्यान: व्यापारी वर्ग के लोग इस दिन अपनी दुकान, गोदाम और कार्यस्थलों की सफाई करते हैं और उन्हें सजाते हैं। साथ ही पुराने बहीखाते को देखकर उसे शुद्ध करते हुए नए बही खाते की शुरुआत करते हैं। इस दिन शुद्ध विचारों और कार्यों से व्यवसाय में वृद्धि की कामना की जाती है।