Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Oct, 2023 06:29 AM
सनातन धर्म में हर व्रत और त्यौहार अपनी ही एक खासियत रखता है। पंचांग के अनुसार आज अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि
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Lalita Panchami: सनातन धर्म में हर व्रत और त्यौहार अपनी ही एक खासियत रखता है। पंचांग के अनुसार आज अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ललिता पंचमी का व्रत रखा जाएगा। इसे उपांग पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि शारदीय नवरात्र के पांचवे दिन माता स्कंदमाता की पूजा करने का विधान है। इसी के साथ आज के दिन ही दस महाविद्याओं में से एक मां ललिता की पूजा-अर्चना भी की जाती है। मान्यताओं के अनुसार देवी ललिता की आराधना हर तरह के रोग और दोष से मुक्ति दिलाती हैं। देवी पुराण में भी इनकी महिमा का वर्णन किया हुआ है। गुजरात और महाराष्ट्र में इस पर्व की बहुत धूम देखने को मिलती है। तो चलिए जानते हैं मुहूर्त और तिथि।
Lalita Panchami Muhurat ललिता पंचमी मुहूर्त 2023
पंचांग के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 19 अक्टूबर 2023 को सुबह 1 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी।
पूजा का मुहूर्त - सुबह 6.24 से सुबह 07.49 तक
सुबह 10:40 से दोपहर 12:06 तक
Lalita Panchami puja Vidhi ललिता पंचमी पूजा विधि: मां ललिता को प्रसन्न करने के लिए इस तरह करें पूजा-
सबसे पहले मुहूर्त के अनुसार एक चौकी लें और उसको गंगाजल से साफ करने के बाद स्वयं उत्तर दिशा की और बैठ जाएं। उसके बाद चौकी पर सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं।
फिर चौकी के ऊपर मां ललिता की तस्वीर को स्थापित कर लें। अगर मां की तस्वीर नहीं है तो आप श्री यंत्र को भी स्थापित कर सकते हैं।
इसके बाद मां ललिता को अक्षत, फल, फूल और दूध से बनी कोई भी मिठाई अर्पित करें।
भोग लगाने के बाद इस मंत्र का 21 या 31 बार जाप करें:
Mantra मंत्र: ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नमः॥
इसके बाद देवी ललिता की कथा सुनें या पढ़ें।
अंत में नौ छोटी कन्याओं को भोजन करवाकर पूजा का समापन कर दें। अगर ऐसा करने में असमर्थ हैं तो प्रसाद गाय को खिला दें।