Edited By Prachi Sharma,Updated: 27 Nov, 2024 09:11 AM
आज बात करेंगे तुला राशि वालों के लिए 2025 धन के लिहाज से कैसा रहने वाला है। साल 2025 में गुरु, राहु, केतु और शनि ये चारों ही ग्रह गोचर करेंगे। शनि 3 साल बाद गोचर करते हैं
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Libra Wealth Yearly Horoscope 2025: आज बात करेंगे तुला राशि वालों के लिए 2025 धन के लिहाज से कैसा रहने वाला है। साल 2025 में गुरु, राहु, केतु और शनि ये चारों ही ग्रह गोचर करेंगे। शनि 3 साल बाद गोचर करते हैं इसलिए और राहु- केतु डेढ़ साल बाद गोचर करते हैं। इसलिए 1 साल में चारों का गोचर नहीं होता लेकिन 2025 में ये चारों गोचर करेंगे। शनि 29 मार्च को राशि बदलेंगे और मीन राशि में आ जाएंगे जबकि गुरु का गोचर 15 मई को होगा और गुरु मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इसके अलावा 29 मई को राहु और केतु का गोचर होगा। राहु कुंभ राशि में आ जाएंगे और केतु का गोचर सिंह राशि में होगा।
शनि मीन राशि में आ जाएंगे तो यह आपकी कुंडली में छठे भाव में आ जाएंगे और शनि का छठे भाव का गोचर शुभ होता है। हालांकि तुला राशि के लिए शनि चौथे और पंचम स्थान के स्वामी हो कर अपनी अंतर्दशा और महादशा में अच्छा रिजल्ट देते हैं। राहु इस समय आपकी कुंडली में छठे भाव में गोचर कर रहे हैं और 31 मई को यह पांचवें भाव में आ जाएंगे। राहु गोचर में पांचवें भाव में अच्छे नहीं होते लेकिन केतु का ग्यारहवें भाव का गोचर निश्चित तौर पर आपको शुभ परिणाम देगा। गुरु 15 मई को मिथुन राशि में और राहु के 31 मई को कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद तुला राशि के जातकों की राशि एक्टिव हो जाएगी इसके साथ ही नौवां भाव यानि भाग्य स्थान, ग्याहरवां भाव यानी आय का भाव, तीसरा भाव यानी पराक्रम भाव भी एक्टिव हो जाएगा।
जिनकी आयु 25 से लेकर 60 साल के बीच है। जिन तुला राशि के जातकों का जन्म मंगल के चित्रा नक्षत्र के आखिरी दो चरणों, राहु के स्वाति नक्षत्र और गुरु के विशाखा नक्षत्र के पहले तीन चरणों में होता है। तुला राशि के जितने भी जातक मंगल के चित्रा नक्षत्र में पैदा हुए हैं और अपनी प्रोफेशनल लाइफ की शुरुआत में हैं। उन पर इस समय गुरु की महादशा चल रही है। राहु के स्वाति नक्षत्र में पैदा हुए जातकों पर शनि की महादशा है। जो जातक गुरु के विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए हैं। वह बुध अथवा केतु की महादशा से गुजर रहे हैं। इसका मतलब है कि तुला राशि के अधिकतर जातक जो प्रोफेशनल लाइफ में हैं उन पर गुरु और शनि की दशा या तो शुरू हो रही है या समाप्त हो रही है। गुरु चूंकि गोचर में भाग्य स्थान से गोचर करेंगे तो यह अष्टम भाव के गोचर के मुकाबले अच्छा हो जाएगा जबकि शनि भी छठे भाव में अच्छे रिजल्ट देंगे
साल की शुरुआत की कुंडली में शनि आपके पंचम स्थान से गोचर कर रहे हैं जबकि गुरु अष्टम स्थान से गोचर करते हुए धन स्थान को दृष्टि दे रहे हैं। आप इन दोनों में से एक की ही महादशा से भी गुजर रहे हैं। यदि आप पर गुरु की महादशा है तो 15 मई के बाद इसकी पोजीशन ज्यादा बेहतर हो जाएगी और यदि आप पर शनि की महादशा है तो शनि 29 मार्च से ही बेहतर फल देना शुरू कर देंगे। साल की शुरुआत में केतु बारहवें भाव में अच्छे गोचर में नहीं हैं लेकिन यह ग्यारहवें भाव में आते ही शुभ गोचर में आ जाएंगे। राहु का गोचर आपके लिए अच्छा नहीं होगा। यदि आप पहली नौकरी के लिए ट्राई करना चाहते हैं तो यह काम आपको 15 मई से पहले करना चाहिए क्योंकि गुरु ने दूसरा भाव एक्टिव किया हुआ है। दूसरे भाव से ही पहली आय देखी जाती है। पार्टनरशिप में किया जाने वाला कोई भी कार्य भी 29 मई से पहले कर लिया जाए क्योंकि इसके बाद यह भाव केतु के प्रभाव में आ जाएगा।
29 मार्च से लेकर 13 अप्रैल के मध्य आपकी राशि का स्वामी शुक्र आय भाव के स्वामी सूर्य के साथ युति करेगा। यह निश्चित तौर आय के नए साधन के मौके पैदा करने वाला होगा और इस दौरान आपकी आय बढ़ सकती है।
26 जुलाई से 20 अगस्त के मध्य आपकी राशि का स्वामी शुक्र आय और धन भाव के कारक गुरु के साथ भाग्य स्थान में युति करेंगे। इस से निश्चित तौर पर नए प्रोजेक्ट्स पर काम की प्लानिंग होगी और इस दौरान शुरू किया गया कोई भी प्रोजेक्ट धन लाभ भी देगा।
13 सितंबर से लेकर 27 अक्टूबर तक आपकी कुंडली में धन भाव के स्वामी मंगल आपकी राशि तुला के ऊपर से गोचर करेंगे। यह स्थिति धन के लिहाज से काफी अच्छी है।
17 अक्टूबर से लेकर 27 अक्टूबर के मध्य आपकी कुंडली में आय भाव के स्वामी सूर्य और धन स्थान के स्वामी मंगल तुला राशि में युति करेंगे। यह स्थिति अचानक धन लाभ देने वाली है और इस दौरान भी आय में वृद्धि के योग बनते हैं।
इसके बाद मंगल का गोचर 27 अक्टूबर से 7 दिसंबर तक धन भाव में होगा और यह मंगल का अपना भाव है। यहां मंगल की स्थिति धन के लिहाज से काफी अच्छी है।
7 दिसंबर के बाद मंगल गुरु आमने-सामने समसप्तक योग में आ जाएंगे और यह साल के अंत तक इसी अवस्था में रहेंगे। धन भाव के स्वामी का धन के कारक ग्रह गुरु के प्रभाव में आना निश्चित तौर पर धन में वृद्धि करवाने वाला हो सकता है।
कुलमिला कर मई और जून का महीना आय के लिहाज से सामान्य रहेगा और शेष पूरा साल आपके लिए आय बढ़ाने के अवसर पैदा होते रहेंगे।
नरेश कुमार
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