Edited By Jyoti,Updated: 13 May, 2020 07:08 PM
भगवान गणेश की पूजा करने के लिए जिस दिन को सबसे खास माना जाता है वह है बुधवार।
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भगवान गणेश की पूजा करने के लिए जिस दिन को सबसे खास माना जाता है वह है बुधवार। कहा जाता है कि इस दिन इन्हें प्रसन्न करने के लिए प्रात काल स्नान करने के बाद सर्वप्रथम ताम पत्र के श्री गणेश को यंत्र को मिट्टी, नमक तथा निंबू आदि के साथ अच्छे से साफ करना चाहिए। पूजा स्थल पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके आसन पर विराजमान हो अपने समक्ष की स्थापना करें।
इसके बाद खुद भी शुद्ध आसन पर बैठकर सभी पूजन सामग्री भगवान को समर्पित करें। सामग्री में पुष्प धूप, दीप कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन तथा मोदक शामिल करें। इसके बाद गणेश जी की आरती करें तथा 'ॐ गं गणपतये नमः' का 108 बार जप करें।
इसके अलावा अपने सभी तरह के बिगड़े कामों को बनाने के लिए निम्न मंत्र का जाप करें। कहा जाता है इससे सभी तरह की बुद्धियों को देने वाले भगवान गणेश बुद्धि का वरदान देते हैं।
'त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।'
तो वहीं जिस जातक को उसकी कुंडली के ग्रह परेशान कर रही हो या फिर शत्रु के कारण जीवन में बाधाएं व समस्याएं पैदा हो रही हों उसे आगे बताएंगे मंत्र का जाप करना चाहिए। बता दें इस मंत्र में भगवान श्री गणेश के 12 नामों का स्मरण किया गया है। अगर इन मंत्रों का जाप किसी मंदिर में या घर के पूजा स्थल में बैठकर किया जाए तो सबसे उत्तम माना जाता है।
'गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।'
इसक अलावा सर्वप्रथम पूज्य देवता श्री गणेश जी पूजा करने के लिए उन्हें सिंदूर अर्पित करें तथा उनसे संबंधित आगे दिए मंत्र का विधिवत 108 बार जप करें।
सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्।
शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्।