Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Jun, 2023 11:11 AM
माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं। सारे ब्रह्मांड की शक्ति मिल कर भी इनका मुकाबला नहीं कर सकती। शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद-विवाद में सफलता के लिए इनकी उपासना की जाती है। इनकी उपासना से शत्रुओं का नाश होता है तथा जातक का जीवन...
माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं। सारे ब्रह्मांड की शक्ति मिल कर भी इनका मुकाबला नहीं कर सकती। शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद-विवाद में सफलता के लिए इनकी उपासना की जाती है। इनकी उपासना से शत्रुओं का नाश होता है तथा जातक का जीवन निष्कंटक हो जाता है। किसी छोटे कार्य के लिए 10000 तथा असाध्य से लगने वाले कार्य के लिए इनके एक लाख मंत्र का जाप करना चाहिए। बगलामुखी मंत्र के जाप से पूर्व बगलामुखी कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए। व्यष्टि रूप में शत्रुओं को नष्ट करने की इच्छा रखने वाली शक्ति ही बगला है। पितांबराविद्या के नाम से विख्यात बगलामुखी की साधना प्राय: शत्रु के भय से मुक्ति और वाकसिद्धि प्राप्त करने के लिए की जाती है। इनकी उपासना में हल्दी की माला, पीले फूल और पीले वस्त्रों का विधान है। इनका द्विभुज चित्रण अधिक आम है और सौम्या के रूप में वर्णित हैं।
बगलामुखी मंत्र
ऊँ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ऊँ नम:
इस मंत्र से काम्य प्रयोग भी किए जाते हैं जैसे- मधु, शर्करायुक्त तिलों से होम करने पर मनुष्य वश में होते हैं। मधु, घृत तथा शर्करा युक्त लवण से होम करने पर आकर्षण होता है। तेल युक्त नीम के पत्तों से होम करने पर विद्वेषण होता है। हरिताल, नमक तथा हल्दी से होम करने पर शत्रुओं का नाश होता है।
भय नाशक मंत्र
अगर आप किसी भी व्यक्ति, वस्तु, परिस्थिति से डरते हैं और अज्ञात डर सदा आप पर हावी रहता है तो देवी के भय नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए।
ऊँ ह्लीं ह्लीं ह्लीं बगले सर्व भयं हन
पीले रंग के वस्त्र और हल्दी की गांठें देवी को अर्पित करें। पुष्प, अक्षत, धूप-दीप से पूजन करें। रुद्राक्ष की माला से 6 माला का मंत्र जाप करें। दक्षिण दिशा की ओर मुख रखें।
शत्रु नाशक मंत्र
अगर शत्रुओं ने जीना दूभर कर रखा हो, कोर्ट-कचहरी, पुलिस के चक्कर से तंग हो गए हों, शत्रु चैन से जीने नहीं दे रहे, प्रतिस्पर्धी आपको परेशान कर रहे हैं तो देवी के शत्रु नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए।
ऊँ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्लीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु
नारियल काले वस्त्र में लपेट कर बगलामुखी देवी को अर्पित करें। मूर्ति या चित्र के सम्मुख गुग्गल की धूनी जलाएं। रुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जाप करें। मंत्र जाप के समय पश्चिम की ओर मुख रखें।
सुरक्षा कवच का मंत्र
प्रतिदिन निम्र मंत्र का जाप करने से आपकी सब ओर से रक्षा होती है त्रिलोकी में कोई आपको हानि नहीं पहुंचा सकता।
ऊँ हां हां हां ह्लीं बङ्का कवचाय हुम
देवी मां को पान, मिठाई, फल सहित पंच मेवा अर्पित करें। छोटी-छोटी कन्याओं को प्रसाद व दक्षिणा दें। रुद्राक्ष की माला से 1 माला का मंत्र जप करें। मंत्र जाप के समय पूर्व की ओर मुख रखें।
बगलामुखी देवी को प्रसन्न करने के लिए 36 अक्षरों का बगलामुखी महामंत्र :
ऊँ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वा कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ऊँ स्वाहा’
का जप हल्दी की माला पर करना चाहिए।