Edited By Sarita Thapa,Updated: 06 Jan, 2025 10:15 AM
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Mahakumbh 2025: बहुत जल्द ही दुनिया के सबसे बड़े मेले महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस मेले की तैयारी बहुत जोरों-शोरों से चल रही है।
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Mahakumbh 2025: बहुत जल्द ही दुनिया के सबसे बड़े मेले महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस मेले की तैयारी बहुत जोरों-शोरों से चल रही है। महाकुंभ की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होगी और फरवरी में महाशिवरात्रि के दिन इसका समापन हो जाएगा। इस मेले में लोग दूर-दूर से पवित्र नदी में डुबकी लगाने के लिए आते हैं। इस मेले के दौरान अमृत स्नान में डुबकी लगाने का अधिक महत्व होता है। अमृत स्नान में पहले साधु-संत और फिर आम लोग डुबकी लगाते हैं। महाकुंभ में अमृत स्नान के दौरान कुछ खास नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है।माना जाता है कि महाकुंभ में स्नान करने से सभी तरह के दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। साथ ही सभी पापों से भी मुक्ति मिलती है। तो आइए जानते हैं महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान की शुभ मुहूर्त और नियम के बारे में-
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Amrit Snan 2025 Date and Shubh Muhurat अमृत स्नान 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या के दिन किया जाएगा। पंचांग के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 28 जनवरी को शाम को 07 बजकर 35 मिनट से होगी और इस तिथि का समापन 29 जनवरी को शाम को 06 बजकर 05 मिनट पर होगी। ऐसे में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।
ब्रह्म मुहूर्त
अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
विजय मुहूर्त
अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 22 मिनट से 03 बजकर 05 मिनट तक रहेगा।
गोधूलि मुहूर्त
अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 55 मिनट से 06 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।
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Amrit Snan rules अमृत के स्नान नियम
अमृत स्नान के दौरान नियम का पालन न करने से मनचाही इच्छा की पूर्ति नहीं होती है।
अमृत स्नान के दौरान कभी भी साबुन और शैंपू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
महाकुंभ के दौरान अन्न, धन और वस्त्र जैसी चीजों का दान करना बहुत ही शुभ होता है।
अमृत स्नान के दौरान दीप दान करने का भी विशेष महत्व है। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
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