Edited By Sarita Thapa,Updated: 12 Jan, 2025 08:23 AM
महाकुंभ मेला- 2025 में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पहला और दूसरा स्नान पर्व है। मेला क्षेत्र में पहुंच रहे साधु-संतों का कहना है कि मेला अधिकारियों का दावा खोखला साबित हो रहा है। मेला शुरू होने में 48 घंटे शेष है जबकि...
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महाकुंभ मेला- 2025 में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पहला और दूसरा स्नान पर्व है। मेला क्षेत्र में पहुंच रहे साधु-संतों का कहना है कि मेला अधिकारियों का दावा खोखला साबित हो रहा है। मेला शुरू होने में 48 घंटे शेष है जबकि मेले में अभी भी बसावट की पूरी तैयारी नहीं हुई है। झूंसी क्षेत्र के भी कुछ क्षेत्रों में बसावट नहीं हुई है। मेला क्षेत्र में कार्य कर रही सरकारी कार्यालयों, अखाड़ों के शिविर तो सज गए हैं बाकी काफी बड़ी संख्या में आधे-अधूरे तंबुओं के शिविर दिखाई पड़ रहे हैं।
उनका कहना है कि सलोरी क्षेत्र में अभी पूरी बसावट ही नहीं हुई है। वहां अभी तक जमीनों का समतलीकरण किया जा रहा है। निचले संगम क्षेत्र में जहां शिविर लग गए हैं वहां बिजली, पानी और शौचालयों की समस्या है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा बनाम शाही मस्जिद ईदगाह विवाद के पक्षकार आशुतोष पांडेय का शिविर निचले संगम मार्ग पर है। उन्हें 2 दिन पहले शिविर के लिए जमीन मिली है। उनके भक्त शशांक सक्सेना ने बताया कि सरकार के दिव्य, भव्य और नव्य कुंभ की महिमा मंडन का प्रशासन खिल्ली उड़ा रहा है। वह बात सुनने को तैयार नहीं रहता। मनमानी की जा रही है।