Edited By Sarita Thapa,Updated: 12 Jan, 2025 08:09 AM
महाकुंभनगर (एजैंसी) : दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाकुंभ मेले की शुरुआत सोमवार को पौष पूर्णिमा से स्नान पर्व के साथ होगी और 14 जनवरी को मकर सक्रांति पर पहना शाही स्नान आयोजित किया जाएगा।
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महाकुंभनगर (एजैंसी) : दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महाकुंभ मेले की शुरुआत सोमवार को पौष पूर्णिमा से स्नान पर्व के साथ होगी और 14 जनवरी को मकर सक्रांति पर पहना शाही स्नान आयोजित किया जाएगा। महाकुंभ में सबसे पहले पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा शाही स्नान करेगा। पहले अखाड़े के महंत या सर्वोच्च संत पवित्र नदी में प्रवेश करेंगे और अपने इष्ट देव को स्नान करवाएंगे। इसके बाद अन्य नागा साधु स्नान करेंगे। इसके बाद ही आम श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे।
शाही स्नान में 165 मंडलेश्वर शामिल होंगे, जिनके रथ लगाए जाएंगे। सभी के चांदी के हौदे होंगे और छत्र लेकर निकलेंगे। साथ ही 200 बग्घियां संतों के लिए लगाई जाएंगी। महाकुंभ में देशभर के 13 अखाड़े शामिल हो रहे हैं। पिछले दिनों कई अखाड़ों ने धूमधाम से छावनी प्रवेश किया। महाकुंभ में धर्म और अध्यात्म के साथ देश की सुरक्षा के दौरान शहीद हुए शूरवीरों को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी।