Edited By Sarita Thapa,Updated: 29 Jan, 2025 08:11 AM
महाकुंभ 2025 के अवसर पर मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालुओं का सैलाब संगम तट पर उमड़ चुका है। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है और बुधवार तक यह आंकड़ा 10 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
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महाकुंभ 2025 के अवसर पर मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालुओं का सैलाब संगम तट पर उमड़ चुका है। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है और बुधवार तक यह आंकड़ा 10 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। मौनी अमावस्या के बाद सिर्फ एक ही अमृत स्नान बसंत पंचमी का ही शेष रह जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन पितर पृथ्वी पर आते हैं। इस दिन वे अपने वंशजों से तर्पण और दान की अपेक्षा करते हैं, जिससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है। इसलिए महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान का महत्व और भी बढ़ जाता है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को कहा कि प्रशासन ने मौनी अमावस्या के लिए पूरी तैयारी कर ली है। मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के उपाय किए गए हैं। एआई से युक्त सीसीटीवी कैमरे तथा ड्रोन से लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। मेला क्षेत्र को अगले कुछ दिनों के लिए पहले ही नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, प्रयागराज जिला प्रशासन ने भी स्थानीय लोगों से चार पहिया वाहनों के उपयोग से बचने तथा वरिष्ठ नागरिकों को संगम पर ले जाने के लिए केवल दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल करने की अपील की है। हर 12 साल में होने वाला महाकुंभ मेला 13 जनवरी को प्रारंभ हुआ और यह 26 फरवरी तक चलेगा। इस मेले में 40 से 50 करोड़ लोगों के आने की संभावना है।