Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Sep, 2024 04:00 AM
हिंदू धर्म में धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी के व्रत और पूजन का बहुत महत्व है। महालक्ष्मी व्रत को मां लक्ष्मी की पूजा के लिए बहुत ही खास माना जाता है।
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Mahalaxmi Vrat 2024 : हिंदू धर्म में धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी के व्रत और पूजन का बहुत महत्व है। महालक्ष्मी व्रत को मां लक्ष्मी की पूजा के लिए बहुत ही खास माना जाता है। महालक्ष्मी व्रत को गजलक्ष्मी और हाथी पूजा भी कहा जाता है। इस व्रत की शुरुआत 11 सितंबर से हो चुकी है और इसका समापन 24 सितंबर को होगा। धन की देवी लक्ष्मी का यह व्रत 14 दिनों तक चलता है, जो भाद्रपद महीने में शुक्ल अष्टमी से शुरू होता है और अश्विन महीने में कृष्ण अष्टमी पर समाप्त होता है। माना जाता है कि व्रत का पालन करने से जीवन में खुशियों का आगमन होता है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
Mahalaxmi Vrat 2024 Date महालक्ष्मी व्रत सप्तमी तिथि
सप्तमी तिथि का प्रारंभ: 24 सितंबर को शाम 05 बजकर 45 मिनट से
सप्तमी तिथि की समाप्ति: 25 सितंबर को शाम 04 बजकर 44 मिनट तक
Importance of Mahalakshmi Vrat महालक्ष्मी व्रत का महत्व
महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत भाद्रपद महीने में शुक्ल अष्टमी से शुरू होती है और इसका समापन अश्विन महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर होता है। माना जाता है कि इस व्रत का पालन करने और मां लक्ष्मी की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से खुशियों का आगमन होता है और धन-धान्य में वृद्धि होती है। साथ ही घर की दरिद्रता का भी नाश होता है।
Mahalakshmi Vrat Puja Method महालक्ष्मी व्रत पूजा विधि
महालक्ष्मी व्रत की सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
फिर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर दें।
इसके बाद मां लक्ष्मी को फूल, चंदन, अक्षत, नारियल, चुनरी और फल आदि अर्पित करें।
अब मां लक्ष्मी के समक्ष घी का दीपक जलाएं और मां को श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों, नामों का जाप करें और आरती करें।
अंत में अनजाने में हुई गलती के लिए मां लक्ष्मी से माफी मांगे।