Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Dec, 2024 02:49 PM
Mahashivratri 2025: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का बहुत खास महत्व है। इसे हिंदुओं के सभी प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। महाशिवरात्रि का त्योहार शिव और शक्ति के मिलन का दिन है।
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Mahashivratri 2025: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का बहुत खास महत्व है। इसे हिंदुओं के सभी प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। महाशिवरात्रि का त्योहार शिव और शक्ति के मिलन का दिन है। इस दिन शिव-पार्वती का विवाह हुआ था। वैसे तो शिवरात्रि हर महीने में आती है लेकिन फाल्गुन महीने की महाशिवरात्रि को भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण समझा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने और व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में मधुरता और खुशियां बनी रहती हैं। तो आइए जानते हैं कि साल 2025 की महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Mahashivratri 2025 date and auspicious time महाशिवरात्रि 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, साल 2025 में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से होगा और अगले दिन यानी 27 फरवरी की भोर को 08 बजकर 54 मिनट पर तिथि का समापन होगा।
Mahashivratri 2025 Puja Vidhi महाशिवरात्रि 2025 पूजा विधि
महाशिवरात्रि के व्रत के दिन सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें। फिर शिवरात्रि के व्रत का संकल्प लें
उसके बाद घर के मंदिर की साफ-सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
फिर एक चौकी पर शिव जी और माता पार्वती की मूर्ति या चित्रपट स्थापित करें, सुबह और रात को पूजा करें।
शाम के समय स्नान के बाद शिव मंदिर जाएं और पूरे विधि-विधान से शिव जी की पूजा करें।
महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग और धतूरा अर्पित करें और माता पार्वती को श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
अंत में शिव जी और मां पार्वती के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती करें।