Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Feb, 2025 02:30 PM
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Mahashivratri puja muhurat 2025: महाशिवरात्रि के दिन और रात बहुत शुभ माने गए हैं। कभी भी किसी भी समय शिवलिंग का जलाभिषेक किया जा सकता है लेकिन रात्रि के 4 प्रहर में पूजा करने से धन, यश, प्रतिष्ठा व समृद्धि प्राप्त होती है। आइए जानें, शुभ मुहूर्त
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Mahashivratri puja muhurat 2025: शिव पुराण के अनुसार महाशिवरात्रि पर भगवान शिव शिवलिंग में निवास करते हैं। जो भी श्रद्धालु इस रोज श्रद्धा और आस्था से भोले बाबा की आराधना करते हैं, उन पर शिव कृपा सदैव बनी रहती है। महाशिवरात्रि के दिन और रात बहुत शुभ माने गए हैं। कभी भी किसी भी समय शिवलिंग का जलाभिषेक किया जा सकता है लेकिन रात्रि के 4 प्रहर में पूजा करने से धन, यश, प्रतिष्ठा व समृद्धि प्राप्त होती है।
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फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी की प्रात: 11:08 मिनट से आरंभ होकर 27 फरवरी की भोर 08:54 तक रहने वाली है। महाशिवरात्रि पर निशा काल में शिवलिंग और शिव परिवार की पूजा करने का विधान है। 26 फरवरी की रात महाशिवरात्रि की 4 प्रहर की पूजा होगी और साथ ही इसी दिन व्रत भी रखा जाएगा।
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महाशिवरात्रि के दिन जब साधक जागरण करते हैं, उनका उद्देश्य केवल शिव की पूजा करना नहीं, बल्कि तपस्विता और आत्मसंयम का अभ्यास करना है। इस रात में संयमित आहार, भक्ति और साधना के माध्यम से साधक अपने भीतर के अंधकार को दूर कर के ज्ञान और प्रकाश की ओर अग्रसर होते हैं। महाशिवरात्रि का उत्सव केवल पूजा तक सीमित नहीं है। यह रात हमारे जीवन के उद्देश्य को समझने, आत्मज्ञान प्राप्त करने और निराकार शिव के द्वारा निराकारता को समझने का मार्ग है। इस रात के समय में, जो लोग व्रत रखते हैं और रातभर जागरण करते हैं, उन्हें एक गहरी आंतरिक शांति और आत्मिक समाधान की प्राप्ति होती है। यह सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि एक जीवन दृष्टि को बदलने का अवसर है।
महाशिवरात्रि पर 4 प्रहर का पूजा मुहूर्त
प्रथम प्रहर की पूजा का समय- 26 फरवरी को शाम 06 बजकर 19 मिनट से रात 09 बजकर 27 मिनट तक
द्वितीय प्रहर की पूजा का समय- 26 फरवरी को रात 09 बजकर 27 मिनट से रात 12 बजकर 35 मिनट तक
तृतीय प्रहर की पूजा का समय- 27 फरवरी की रात 12 बजकर 35 मिनट से सुबह 03 बजकर 44 मिनट तक
चतुर्थ प्रहर की पूजा का समय- 27 फरवरी को सुबह 03 बजकर 44 मिनट से सुबह 06 बजकर 52 मिनट तक
चतुर्दशी तिथि का प्रारम्भ - फरवरी 26, 2025 को 11:08 ए एम बजे
चतुर्दशी तिथि का समापन - फरवरी 27, 2025 को 08:54 ए एम बजे
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