mahakumb

Mahesh Navami: भगवान महेश के इस मंत्र से व्यापार में होगा मुनाफा अपार

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 May, 2023 08:22 AM

mahesh navami

माहेश्वरी समाज का प्रागट्य भगवान महेश के आशीर्वाद से हुआ है। वैसे तो महेश नवमी का उत्सव समस्त समाज के लोग अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुरूप मनाते हैं लेकिन महेश नवमी का त्यौहार

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Mahesh Navami 2023: माहेश्वरी समाज का प्रागट्य भगवान महेश के आशीर्वाद से हुआ है। वैसे तो महेश नवमी का उत्सव समस्त समाज के लोग अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुरूप मनाते हैं लेकिन महेश नवमी का त्यौहार माहेश्वरी समाज द्वारा खूब धूमधाम से मनाया जाता है। माना जाता है की माहेश्वरी समाज पूर्वकाल में क्षत्रिय वंश से थे लेकिन किसी पूर्वज से हुई भुल के कारण ऋषियों ने उन्हें श्राप दे दिया। आज ही के दिन भगवान महेश ने उन्हें श्राप के प्रभाव से मुक्त कर अपना नाम दिया था। यह भी माना जाता है कि भगवान महेश से आज्ञापत्र पाकर माहेश्वरी समाज के पूर्वजों ने क्षत्रिय कर्म का त्याग कर वैश्य अथवा व्यापारिक कामों को अपनाया।

PunjabKesari Mahesh Navami

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

PunjabKesari Mahesh Navami

Mahesh Navami festival: भगवान महेश ने कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। किसी भी जाति-धर्म को महत्व नहीं दिया उनके लिए सब समान हैं, विशेष है तो केवल श्रद्धा व भाव, जो जिस श्रद्धा के साथ भगवान का ध्यान करते हैं, भगवान भी उनका उतना ही ध्यान रखते हैं। 29 मई, सोमवार को महेश नवमी का शुभ दिन है। भगवान शिव के बारे में कहा जाता है कि इनकी पूजा-आराधना में कर्मकांड की उतनी आवश्यकता नहीं, फिर भी कर्मकांड का अपना महत्व है जो अपना फल देता है।

Mahesh Navami Puja vidhi: इस दिन भगवान महेश का लिंग रूप में विशेष पूजन करने से व्यापार में उन्नति होती है। इस दिन विधान पूर्वक भगवान महेश पर पृथ्वी के रूप में रोट चढ़ाया जाता है। शिवलिंग पर भस्म से त्रिपुंड लगाया जाता है जो त्याग व वैराग्य का सूचक है। इस दिन विशेषकर भगवान महेश के विविध तापों को नष्ट करने वाले त्रिशूल का विशिष्ट पूजन किया जाता है। शिव पूजन में डमरू बजाए जाते हैं। शिव का डमरू जनमानस की जागृति का प्रतीक है। महेश नवमी पर भगवान महेश की विशेष कर कमल के पुष्पों से पूजा कि जाती है। कमल कीचड़ में खिलता है, जल में रहता है, परंतु किसी में भी लिप्त नहीं होता है।

PunjabKesari Mahesh Navami

Mahesh Navami mantra: महेश नवमी पर भगवान महेश के इस मंत्र से व्यापार में होगा मुनाफा अपार

अर्थितव्यः सदाचारः सर्वशंभुमहेश्वरः। ईश्वरः स्थाणुरीशानः सहस्त्राक्ष सहस्त्रपात्॥

नोट: यह मंत्र लिंग पुराण के अंतर्गत शिव सहस्त्रनाम स्त्रोत्र से लिया गया है। यह मंत्र भगवान विष्णु का उवाच है।

PunjabKesari kundli

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!