Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Jan, 2022 08:48 AM
14 जनवरी, शुक्रवार को मकर संक्रांति के दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है
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Makar Sankranti 2022: 14 जनवरी, शुक्रवार को मकर संक्रांति के दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। 14 जनवरी को सूर्य देव का मकर राशि में प्रवेश दोपहर 2.29 बजे होगा। मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में लगभग 1 माह के लिए आते हैं। इस बार मकर संक्रांति की शुरूआत रोहणी नक्षत्र में हो रही है जो शाम 8.18 मिनट तक रहेगी। इस नक्षत्र को शुभ नक्षत्र माना जाता है। इसमें स्नान-दान और पूजन करना शुभ फलदायी होता है। इसके साथ ही इस दिन ब्रह्म योग और आनंदादि योग का निर्माण हो रहा है। इसे भी अनंत फलदायी माना जाता है।
मकर संक्रांति के दिन से शुभ कार्यों, जैसे विवाह संस्कार, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे कार्य आरंभ हो जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति से ही सूर्य देवता का दिन 6 माह के लिए आरम्भ हो जाता है। सूर्य के उत्तरायण की अवस्था को देवताओं का दिन कहा जाता है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं।
वर्ष में 12 संक्रांतियां पड़ती हैं परंतु इनमें से मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ उत्तरायण होना शुरू हो जाता है इसीलिए इस दिन को उत्तरायण भी कहते हैं। इस दिन से देश में दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं तथा शीत ऋतु का प्रभाव कम होने लगता है।