Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Jul, 2024 12:18 PM
कुंडली में मंगल दोष की वजह से शादियों में रूकावट का सामना करना पड़ता है। मांगलिक दोष की वजह से 40 से 50 % रिश्ते होने की वजह से रुक जाते हैं। जन्म कुंडली में 1, 7, 8, 12 इन घरों में जब मंगल होता
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Manglik dosh: कुंडली में मंगल दोष की वजह से शादियों में रूकावट का सामना करना पड़ता है। मांगलिक दोष की वजह से 40 से 50 % रिश्ते होने की वजह से रुक जाते हैं। जन्म कुंडली में 1, 7, 8, 12 इन घरों में जब मंगल होता है तो मांगलिक दोष का सामना करना पड़ता है। ये वो घर है जो किसी भी व्यक्ति की मैरिड लाइफ को खुशनुमा बनाने का काम करते हैं। मंगल गुस्से के प्लेनेट हैं। मंगल की ऊर्जा इन घरों के साथ मिलती है तो मांगलिक दोष का सामना करना पड़ता है। इस वजह से इनकी शादी उन्हीं लोगों के साथ की जाती है तो मांगलिक होता है।
ये शादी ही लम्बे समय तक चलेगी नहीं तो इसमें किसी न किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ेगा, ये बात 100 % सच नहीं है। हर दो में से एक इंसान मांगलिक होता है। मांगलिक का नॉन-मांगलिक के साथ मैच कहीं भी मना नहीं किया गया है। जन्म कुंडली के मुताबिक अगर 45 % लोग मंगल की इस दशा के साथ पैदा होते हैं तो लेकिन उनमें से जो मंगल हमें मैरिड लाइफ में खराबी देते हैं, जो असल में खराब होते हैं वो सिर्फ 6 % होते हैं। बाकि सारे मांगलिक नॉन-मांगलिक के साथ शादी कर सकते हैं।
खाली मंगल का मंगल के साथ मैच नहीं होता है। सूर्य, राहु, शनि और केतु मंगल दोष को खत्म करने का काम करते हैं। दूसरी जन्म कुंडली में इन ग्रहों की पोजीशन मांगलिक दोष को एकदम से खत्म कर देती है। केवल 6 % ही मांगलिक दोष कैंसिल नहीं होता है। मंगल दोष का बुरा प्रभाव के लिए सिर्फ मंगल ही जरुरी नहीं, इसके साथ कुछ ऐसे ग्रह भी हैं जो महत्वपूर्ण माने जाते हैं।