Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Aug, 2023 11:10 AM
श्रावण माह के मंगलवार को सोमवार की तरह ही महत्व दिया जाता है। मां मंगला आदिशक्ति की अभिव्यक्तियों में से एक हैं।
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Mangala Gauri Vrat : श्रावण माह के मंगलवार को सोमवार की तरह ही महत्व दिया जाता है। मां मंगला आदिशक्ति की अभिव्यक्तियों में से एक हैं। बौद्ध भिक्षु मां मंगला को देवी तारा का प्रतीक मानते थे। सावन माह में हर मंगलवार के दौरान मां मंगला गौरी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन की सारी परेशानियां छू मंतर हो जाती हैं। संतान सुख और शादीशुदा जीवन की खुशियां प्राप्त करने के लिए महिलाएं ये व्रत रखती हैं। इसके अलावा जो कन्याएं लव मैरिज करना चाहती हैं, वो भी ये व्रत रखकर अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकती हैं। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है तो इस व्रत से वो भी दूर किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं मंगला गौरी की पूजा करते समय कौन सी पूजा सामग्री का इस्तेमाल करना चाहिए-
Puja Samagri for Mangala Gauri Vrat मंगला गौरी व्रत की पूजा सामग्री
पूजा के लिए चौकी
सफेद और लाल रंग का कपड़ा
धूपबत्ती, कपूर, माचिस, आटे का चौमुखी दीपक, कलश और अगरबत्ती
गेहूं और चावल
सोलह-सोलह तार की चार बत्तियां
स्वच्छ और पवित्र मिट्टी, जिससे कि मां गौरी की प्रतिमा का निर्माण किया जा सके। अगर आप प्रतिमा निर्माण करने में असमर्थ हैं तो आप प्रतिमा खरीद सकती हैं।
अभिषेक के लिए दूध, पंचामृत और जल
कुमकुम, चावल, अबीर, हल्दी आदि
मां पार्वती के लिए नए वस्त्र
सोलह तरह के फूल, माला ,फल, आटे के लड्डू और पत्ते
7 प्रकार के अनाज और 5 खोका
16 सुपारी, पान और लौंग
1 सुहाग पिटारी (मेहंदी, नेल पॉलिश, 16 चूड़ियां, हल्दी, कंघा, तेल, आईना, मंगलसूत्र, बिछिया आदि सामान होता है)
भोग लगाने के लिए मिठाई
इस पूजा सामग्री से मां मंगला गौरी की पूजा करने से वो शीघ्र प्रसन्न होती हैं। पूजा के बाद मंगला गौरी की व्रत कथा पढ़ें और फिर आरती करें। शिव परिवार और हनुमान जी को गुड़ का भोग लगाएं।
Consume these things during fasting व्रत के दौरान करें इन चीजों का सेवन
जो महिलाएं या कन्याएं ये व्रत रखती हैं वो उपवास के दौरान फल खा सकती हैं। इसके अलावा साबूदाने की खीर का भी सेवन किया जा सकता है लेकिन ध्यान रहे जो भी भोजन करें उसमें नमक का प्रयोग न करें।