Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Jul, 2024 06:29 AM
मंगला गौरी का व्रत हर साल सावन माह में मंगलवार के दिन रखा जाता है। जिस प्रकार सावन का सोमवार शिव जी की आराधना के लिए उत्तम माना जाता है। उसी प्रकार सावन माह में पड़ने वाले मंगलवार पर
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Mangala Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी का व्रत हर साल सावन माह में मंगलवार के दिन रखा जाता है। जिस प्रकार सावन का सोमवार शिव जी की आराधना के लिए उत्तम माना जाता है। उसी प्रकार सावन माह में पड़ने वाले मंगलवार पर भगवान शिव की भार्या मंगला गौरी की पूजा-अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है। सनातन धर्म में इस व्रत को बहुत ही शुभ और खास माना जाता है। यह व्रत मुख्य रूप से विवाहित महिलाएं और कुंवारी लड़कियां रखती हैं। मंगला गौरी का व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। साथ ही मन की हर इच्छा पूरी होती है। तो आइए जानते हैं मंगला गौरी के शुभ मुहूर्त, योग और महत्व के बारे में-
When is the first Mangla Gauri fast कब है पहला मंगला गौरी व्रत
इस बार सावन की शुरुआत 22 जुलाई, सोमवार के दिन से हो रही है। ऐसे में सावन का पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई 2024, मंगलवार के दिन रखा जाएगा। इस व्रत पर मुख्य रूप से माता पार्वती की उपासना की जाती है।
Mangala Gauri Vrat 2024 Shubh Yog मंगला गौरी व्रत शुभ योग 2024
इस साल सावन महीने का पहला मंगला गौरी व्रत 23 जुलाई 2024 को रखा जाएगा। इस दिन 05 बजकर 54 मिनट से द्विपुष्कर योग बन रहा है और इस योग का समापन सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर होगा। इस योग में शिव जी और माता पार्वती की पूजा करने से जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। इस दिन आयुष्मान योग और सौभाग्य योग भी बन रहा है।
Mangala Gauri Vrat Importance मंगला गौरी व्रत महत्व
मंगला गौरी का व्रत हर साल सावन माह में मंगलवार के दिन रखा जाता है। मंगला गौरी व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इव व्रत को करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। लव मैरिज की इच्छा रखने वाली अथवा कुंवारी कन्याओं द्वारा अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत उत्तम फल प्रदान करता है।