Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Aug, 2024 12:15 PM
मंगला गौरी व्रत महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला सावन माह का महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह व्रत विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जो विवाह के लिए उत्तम जीवनसाथी की इच्छा रखती हैं या
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Mangala Gauri vrat 2024: मंगला गौरी व्रत महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला सावन माह का महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह व्रत विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जो विवाह के लिए उत्तम जीवनसाथी की इच्छा रखती हैं या वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। यह व्रत सावन महीने के हर मंगलवार को रखा जाता है। मंगला गौरी व्रत की पूजा करने से दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि का आशीष मिलता है। पति की उम्र लंबी होती है और उन्हें उचित स्वास्थ्य प्राप्त होता है। अविवाहित महिलाएं अच्छे और उपयुक्त जीवनसाथी की प्राप्ति की इच्छा करती हैं।
Sawan me Hanuman puja: आज सावन के मंगलवार ऐसे करें हनुमान जी की पूजा, शांत रहेंगे शनिदेव
Aaj ka good luck: सावन मंगलवार को करें विशेष उपाय, मांगलिक दोषों से मुक्ति पाएं
Shubh muhurat of third Mangala Gauri vrat तीसरे मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त
आज 6 अगस्त को तीसरा मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। शुक्ल पक्ष की द्वितीया पर ब्रह्म मुहूर्त 4: 21 बजे से लेकर 5:03 बजे तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से लेकर से लेकर 12:53 बजे तक रहेगा।
Mangala Gauri vrat puja vidhi मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि
व्रत रखने से पहले स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें।
पूजा के लिए घर में मंगला गौरी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
पूजा के लिए कुमकुम, चावल, फल, फूल, मिठाई, और दीपक की व्यवस्था करें।
मंगला गौरी की पूजा के दौरान विशेष पूजा कथा का पाठ करें, जो व्रत की महत्वता और लाभ को समझाता है।
व्रत के दिन पूरे दिन अन्न और जल का परित्याग करें, केवल फल और दूध का सेवन करें।
पूजा के बाद मंगला गौरी की आरती करें और भजन गाएं।
पूजा के अंत में ब्राह्मणों को भोजन दान करना और गरीबों को सहायता देना भी व्रत का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इस प्रकार मंगला गौरी व्रत एक धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर है। जो महिलाएं भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से समृद्धि की प्राप्ति के लिए रखती हैं।